विशाखापत्तनम, 27 फरवरी (भाषा) स्वदेश में निर्मित स्टील्थ गाइडेड-मिसाइल विध्वंसक पोत आईएनएस विशाखापत्तनम को रविवार को यहां इस बंदरगाह शहर से औपचारिक रूप से ‘संबद्ध’ कर दिया गया।
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगनमोहन रेड्डी, नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार, पूर्वी नौसेना कमान के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ वाइस एडमिरल बिस्वजीत दासगुप्ता और अन्य शीर्ष अधिकारी यहां बहुपक्षीय समुद्री अभ्यास मिलन-2022 से इतर ईएनसी मुख्यालय में संपन्न औपचारिक संबद्धता कार्यक्रम में शामिल हुए।
आईएनएस विशाखापत्तनम पिछले कुछ दिनों से इस बंदरगाह शहर में खड़ा है और यह 21 फरवरी को राष्ट्रपति के बेड़े की समीक्षा के बाद अब मिलन-2022 का हिस्सा बना है।
मझगांव डॉक में ‘75 फीसदी भारतीय सामग्री से’ निर्मित आईएनएस विशाखापत्तनम को दिसंबर 2021 में नौसेना में शामिल किया गया था।
यह विध्वंसक पोत मुंबई स्थित पश्चिमी नौसेना कमान के अधीन होगा।
कार्यक्रम में एडमिरल हरि कुमार ने कहा, “पहले हमारे पास दिल्ली, मुंबई, कोच्चि और मैसूर के नाम पर जहाज थे। हालांकि, विशाखापत्तनम में यह पहला औपचारिक संबद्धता समारोह है, ताकि यहां के लोग गर्व महसूस कर सकें और यह शहर के समुद्री स्वरूप और लंबी अवधि में नौसेना के साथ इसके जुड़ाव को दर्शाता है।”
उन्होंने कहा कि आईएनएस विशाखापत्तनम हमारे देश की ‘आत्मनिर्भरता’ का एक प्रतीक और उत्सव भी है।
भाषा पारुल नरेश
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