अगरतला, 24 अगस्त (भाषा) त्रिपुरा के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री सुशांत चौधरी ने रविवार को कहा कि बांग्लादेश की मौजूदा स्थिति के कारण करोड़ों रुपये का बुनियादी ढांचा निष्प्रभावी हो गया है।
‘इंडियन बिल्डिंग कांग्रेस’ की त्रिपुरा शाखा के एक सत्र को संबोधित करते हुए चौधरी ने कहा कि शांति और समृद्धि के लिए दोनों देशों के लोगों के बीच बातचीत होनी चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘‘त्रिपुरा चारों ओर से जमीन से घिरा हुआ राज्य है और बांग्लादेश उसका पड़ोसी है। बांग्लादेश की वर्तमान स्थिति हमारे लिए चिंताजनक है। हम बांग्लादेश को अपना दुश्मन नहीं मानते। हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि बांग्लादेश को भारत के कारण ही वैश्विक मानचित्र पर एक स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में स्थान मिला।’’
त्रिपुरा सरकार में मंत्री ने कहा, ‘‘हमें भगवान से प्रार्थना करनी चाहिए कि वे अच्छे दिन वापस लाएं, क्योंकि सबरूम (मैत्री सेतु) और श्रीमंतपुर (भूमि बंदरगाह) में करोड़ों रुपये की बुनियादी संरचना निष्प्रभावी हो गई है। शांति, समृद्धि और स्थिरता के लिए दोनों पक्षों के बीच बातचीत होनी चाहिए।’’
फेनी नदी पर बना मैत्री सेतु, अंतरराष्ट्रीय सीमा के दोनों किनारों को जोड़ता है। यह बांग्लादेश के चटगांव बंदरगाह तक पहुंच प्रदान करता है, जो सीमा से केवल 80 किलोमीटर दूर है।
रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण अगरतला-अखौरा रेल लाइन बांग्लादेश की स्थिति के कारण चालू नहीं हो पाई थी।
भारत में बांग्लादेश के उच्चायुक्त एम रियाज हमीदुल्ला ने इस महीने की शुरुआत में त्रिपुरा का दौरा किया और मुख्यमंत्री माणिक साहा से मुलाकात की थी।
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