(तस्वीरों सहित)
नयी दिल्ली, 27 अक्टूबर (भाषा) भारतीय सेना ने देशभर में सोमवार को ‘इन्फैंट्री’ दिवस मनाया और जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने यहां राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित की।
सेना प्रमुख ने देश की सेवा में सर्वोच्च बलिदान देने वाले पैदल सेना (इंफ्रैंटी) जवानों को सम्मान देते हुए स्मारक के अमर चक्र पर पुष्पांजलि अर्पित की।
रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि समारोह में वरिष्ठ सैन्य अधिकारी, सेवारत कर्मी, पूर्व सैनिक और उनके परिवारों के सदस्य शामिल हुए।
इसमें कहा गया है कि ऑपरेशन पवन (1990) में हिस्सा लेने वाले मेजर (सेवानिवृत्त) आशीष सोनल, ऑपरेशन मेघदूत (1989) में शामिल रहे सूबेदार मेजर एवं मानद कैप्टन (सेवानिवृत्त) कुंवर सिंह और ऑपरेशन कैक्टस लिली (1971) में शामिल रहे लांस नायक (सेवानिवृत्त) अमृत ने भी पुष्पांजलि अर्पित की। ये तीनों पूर्व सैन्य अधिकारी वीर चक्र से सम्मानित हैं।
इस दिवस को शौर्य दिवस के रूप में भी जाना जाता है। कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर एक भव्य समारोह आयोजित किया गया।
राष्ट्रव्यापी समारोह के तहत इस अवसर पर विभिन्न कार्यक्रम हुए।
लखनऊ में फील्ड मार्शल केएम करियप्पा स्मृति संगोष्ठी, शौर्यवीर दौड़ और दिल्ली छावनी में वीर नारियों का सम्मान समारोह भी इसी का हिस्सा था।
इस कार्यक्रम के दौरान ‘इन्फैंट्री पत्रिका’ का भी विमोचन किया गया जिसमें पैदल सेना की बहुआयामी क्षमता का विकास और वीर गाथाओं का वर्णन किया गया।
हर साल 27 अक्टूबर को मनाया जाने वाला ‘इन्फैंट्री’ दिवस देश के इतिहास में खास है और 1947 में इसी दिन पैदल जवान श्रीनगर हवाई अड्डे पर उतरे।
रक्षा मंत्रालय के बयान में कहा गया है कि इन सैनिकों ने असाधारण साहस का परिचय देते हुए पाकिस्तान समर्थित कबायली आक्रमण को विफल कर दिया तथा भारत की क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा की।
भाषा यासिर अविनाश
अविनाश
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