नई दिल्ली: मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भिंड जिले के मालनपुर में एलिक्सर इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड की 1000 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली अत्याधुनिक मेगा इकाई का भूमि पूजन किया. इस अवसर पर ग्वालियर रेडीमेड गारमेंट पार्क की 7 नई इकाइयों और मुरैना के पिपरसेवा औद्योगिक क्षेत्र की 11 इकाइयों का भी भूमिपूजन किया गया.
मुख्यमंत्री ने कहा कि चंबल अब विकास की नई पहचान बन रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की औद्योगिक नीति और राज्य सरकार के प्रयासों से इस क्षेत्र में कई औद्योगिक इकाइयाँ स्थापित हो रही हैं, जिससे युवाओं को रोजगार के अवसर मिल रहे हैं. उन्होंने कहा कि चंबल की भूमि उपजाऊ, कमाऊ और टिकाऊ है, और यहां का जज्बा विकास को नई ऊंचाइयों तक ले जा रहा है.
इस कार्यक्रम में पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद पटेल, नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री राकेश शुक्ला सहित कई जनप्रतिनिधि और गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे. ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न तोमर वर्चुअली शामिल हुए और मुख्यमंत्री के प्रयासों की सराहना की.
मुख्यमंत्री ने वर्चुअल माध्यम से ग्वालियर और मुरैना के औद्योगिक इकाइयों के संचालकों से संवाद किया और उन्हें नई इकाइयों की स्थापना के लिए बधाई दी. उन्होंने उद्योगपतियों से प्रदेश के औद्योगिक विकास में भागीदार बनने और अधिक से अधिक रोजगार उपलब्ध कराने का आग्रह किया.
उन्होंने बताया कि इन्वेस्टर्स समिट और रीजनल इंडस्ट्रीज कॉन्क्लेव के माध्यम से देश-विदेश के निवेशकों को आमंत्रित किया गया है, जिससे राज्य में औद्योगिक निवेश बढ़ा है. ग्वालियर-चंबल संभाग में कई नई इकाइयाँ स्थापित होने से स्थानीय युवाओं को रोजगार के बेहतर अवसर मिलेंगे.
एलिक्सर इंडस्ट्रीज की यह इकाई मीडियम डेंसिटी फाइबर बोर्ड (एमडीएफ), प्लाईवुड और अन्य मूल्य-वर्धित उत्पादों का निर्माण करेगी. यह परियोजना न केवल औद्योगिक विकास में योगदान देगी बल्कि कृषि-आधारित उद्योगों और पर्यावरण संरक्षण को भी बढ़ावा देगी.
मुख्यमंत्री ने चंबल-कालीसिंध-पार्वती लिंक परियोजना का भी उल्लेख किया, जिससे चंबल क्षेत्र को सर्वाधिक लाभ मिलेगा और किसानों की खुशहाली बढ़ेगी.
प्रदेश सरकार के इन प्रयासों से ग्वालियर-चंबल संभाग औद्योगिक विकास के केंद्र के रूप में उभर रहा है, जिससे क्षेत्र की आर्थिक प्रगति को नया आयाम मिलेगा.
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