इंदौर: राष्ट्रीय स्वच्छता सर्वेक्षण में पिछले छह साल से सिरमौर इंदौर शहर में स्थानीय प्रशासन के लाख समझाने के बावजूद सार्वजनिक स्थानों पर लोगों के पान-गुटखे की पीक थूकने की बुरी आदत पर रोक नहीं लगाया जा सका है.
इसके मद्देनजर प्रशासन ने शुक्रवार से लोगों को पर्यावरण हितैषी कप मुफ्त में बांटने का अभियान शुरू किया जिसमें वे पीक थूक सकते हैं. इस दौरान मेयर पुष्यमित्र भार्गव को शहर के व्यस्त बंगाली चौराहे पर ‘नो थू-थू अभियान के तहत’ वाहन चालकों, राहगीरों और पान दुकान संचालकों को ये कप बांटते देखा गया.
मेयर भार्गव ने ट्वीट कर कहा, ‘इंदौर शहर को स्वच्छ व सुंदर बनाएं रखने हेतु अब नो थू-थू अभियान के अंतर्गत स्पिट कप वितरण एवं जन-जागरूकता अभियान में सहभागिता कर नागरिकों को स्वच्छता के लिए जागरूक करने के साथ ही बीड़ी-सिगरेट, पान-मसाला एवं गुटखा-पाऊच न खाने के लिए जागरूक किया.’
इंदौर शहर को स्वच्छ व सुंदर बनाएं रखने हेतु अब नो थू-थू अभियान के अंतर्गत स्पिट कप वितरण एवं जन-जागरूकता अभियान में सहभागिता कर नागरिकों को स्वच्छता के लिए जागरूक करने के साथ ही बीड़ी-सिगरेट, पान-मसाला एवं गुटखा-पाऊच न खाने के लिए जागरूक किया।#SayNoToRedSpot #SwachhIndore pic.twitter.com/qWSYjzGQfU
— Pushyamitra Bhargav (@advpushyamitra) February 24, 2023
भार्गव कहा, ‘हम चाहते हैं कि शहर के लोग सार्वजनिक स्थानों पर थूकने की आदत बदलें. इसके लिए हम लोगों को विशेष कप मुफ्त में बांट रहे है ताकि वो यहां-वहां न थूके.’
उन्होंने आगे कहा कि आप सभी से मेरा करबद्ध निवेदन है कि सर्वप्रथम तो आप बीड़ी-सिगरेट, पान-मसाला का त्याग करें किन्तु फिर भी यदि आप अपने स्वास्थ्य को दरकिनार कर इनका सेवन करते हैं तो कृपया स्पिट कप का अवश्य उपयोग करें.
इस कप को स्थानीय स्टार्ट-अप ‘एक पहल’ ने तैयार किया है. स्टार्ट-अप के सह-संस्थापक और पेशे से मुख सर्जन डॉ. अतुल काला ने बताया कि विशेष रसायनों से तैयार कप पान-गुटखे की पीक या मुंह से निकले किसी भी तरल पदार्थ को ठोस कचरे में तब्दील कर देता है.
उन्होंने बताया कि ऐसे एक कप में 30 बार थूका जा सकता है और इसमें मुंह से निकला 240 मिलीलीटर तरल पदार्थ समा सकता है.
मेयर भार्गव ने अभियान के दौरान एक पान वाले से बात कर उसे समझाते हुए कहा, ‘हमारे इंदौर को स्वच्छ रखना हम सभी की नैतिक जिम्मेदारी है, आप सभी भी इस अभियान से जुड़ें एवं सड़क/फुटपाथ पर थूकने वाले को जागरूक करके इंदौर शहर को स्वच्छ रखने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दें.’
गौरतलब है कि स्थानीय प्रशासन लम्बे समय से कोशिश कर रहा है कि लोग सार्वजनिक स्थानों पर थूकने से बाज आएं. शहरवासियों को स्वच्छता का संदेश देने के लिए मेयर और अन्य जन प्रतिनिधि गत दिसंबर में सड़कों के डिवाइडर से पान-गुटखे की पीक के लाल धब्बे साफ करते नजर आए थे.
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