इंदौर (मध्यप्रदेश), 25 अगस्त (भाषा) देश का सबसे स्वच्छ शहर इंदौर बारिश के पानी को सहेजने के लिए एक लाख भवनों की छतों पर वर्षा जल संचयन इकाइयां (रेन वॉटर हार्वेस्टिंग यूनिट) लगाने के लक्ष्य से चंद कदम दूर है। इंदौर नगर निगम (आईएमसी) के एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
अधिकारी ने बताया कि अब तक शहर में करीब 92,000 इमारतों की छतों पर वर्षा जल संचयन इकाइयां जन सहयोग से लगाई जा चुकी हैं। इनमें रहवासी व वाणिज्यिक इमारतों, शैक्षणिक केंद्रों और बैंक शाखाओं के साथ ही मंदिर, मस्जिद, चर्च और गुरुद्वारे सरीखे धार्मिक स्थल भी शामिल हैं।
अधिकारी ने बताया कि आईएमसी के अमले को निर्देश दिए गए हैं कि वह शहर के एक लाख भवनों की छतों पर वर्षा जल संचयन इकाइयां लगाने का लक्ष्य 10 सितंबर तक पूरा करे।
इस बीच, जल प्रबंधन विशेषज्ञ सुधींद्रमोहन शर्मा ने अंदाज लगाया कि अगर शहर में साल भर में 40 इंच बारिश होती है और एक लाख भवनों की छतों पर वर्षा जल संचयन तंत्र लगता है, तो इससे कुल 850 करोड़ लीटर पानी जमीन में जा सकता है।
उन्होंने कहा कि जाहिर तौर पर इससे शहर के भू-जल स्तर में बड़ा इजाफा होगा और पाइप लाइन के जरिये लाए जाने वाले नर्मदा नदी के पानी पर स्थानीय निर्भरता कम होगी।
भाषा हर्ष
संतोष
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