इंदौर (मध्यप्रदेश), चार अगस्त (भाषा) इंदौर क्रिश्चियन कॉलेज में इस संस्थान के पूर्व छात्र तथा हिंदुस्तानी फिल्मों के हरफनमौला सितारे किशोर कुमार की 93वीं जयंती बृहस्पतिवार को भावभीने अंदाज में मनाई गई और उनके सदाबहार नगमे गाकर उन्हें याद किया गया।
चश्मदीदों ने बताया कि महाविद्यालय के पूर्व और वर्तमान छात्रों के साथ ही किशोर कुमार के प्रशंसक वर्ष 1887 में स्थापित इस संस्थान में बड़ी तादाद में जुटे और हर साल की तरह उनकी जयंती मनाई।
उन्होंने बताया कि जयंती कार्यक्रम के तहत महाविद्यालय में पूर्व छात्र किशोर कुमार की याद में केक काटा गया। इसके साथ ही स्थानीय गायकों ने ‘‘जिंदगी का सफर, है यह कैसा सफर, कोई समझा नहीं, कोई जाना नहीं..’’ और ‘‘कभी अलविदा ना कहना…’’ जैसे वे गीत भी गाए जो किशोर कुमार की कालजयी आवाज के कारण आज भी संगीतप्रेमियों के दिल के बेहद करीब बने हुए हैं।
इंदौर क्रिश्चियन कॉलेज के प्राचार्य अमित डेविड ने शुक्रवार को ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया,’किशोर कुमार हमारे महाविद्यालय में पढ़ाई अधूरी छोड़कर फिल्म जगत में करियर बनाने के लिए वर्ष 1948 में मुंबई चले गए थे, लेकिन हमारे महाविद्यालय में कैंटीन चलाने वाले एक व्यक्ति के उन पर पांच रुपये और 12 आने (उस समय प्रचलित मुद्रा) उधार रह गए थे। इस व्यक्ति को महाविद्यालय के लोग काका कहकर पुकारते थे।’
डेविड के मुताबिक काका की उधारी की बात किशोर कुमार को याद रही और माना जाता है कि उधारी की इसी रकम से ‘प्रेरित’ होकर फिल्म ‘चलती का नाम गाड़ी’ (1958) के मशहूर गीत ‘पांच रुपैया बारह आना…’ का मुखड़ा लिखा गया था। गौरतलब है कि इस गीत को किशोर कुमार और लता मंगेशकर ने आवाज दी थी।
इंदौर क्रिश्चियन कॉलेज के अधिकारियों ने बताया कि चार अगस्त 1929 को मध्यप्रदेश (तब मध्यप्रांत) के खंडवा में पैदा हुए किशोर कुमार का वास्तविक नाम ‘आभास कुमार गांगुली’ था। अधिकारियों के मुताबिक किशोर कुमार ने इस महाविद्यालय में वर्ष 1946 से लेकर 1948 तक पढ़ाई की थी और वह संस्थान परिसर के छात्रावास में ही रहते थे।
पुराने छात्रावास परिसर के पास आज भी मौजूद इमली का पेड़ नौजवान किशोर कुमार की अल्हड़ सुर लहरियों का गवाह है। महाविद्यालय के अधिकारियों ने संस्मरणों के हवाले से बताया कि किशोर कुमार कक्षा से भाग कर इस पेड़ के नीचे यार-दोस्तों के साथ गीतों की महफिल जमाने के लिए प्रोफेसरों के बीच ‘कुख्यात’ थे।
भाषा हर्ष शोभना
शोभना
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