नयी दिल्ली, 10 मई (भाषा) दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) की अकादमिक परिषद ने शनिवार को सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित कर पाकिस्तान के साथ सैन्य संघर्ष में भारत सरकार और सशस्त्र बलों के प्रति समर्थन व्यक्त किया ।
परिषद की 1022वीं बैठक के दौरान पारित इस प्रस्ताव में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के प्रति एकजुटता व्यक्त की गई । यह सीमा पार आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए शुरू किया गया एक सटीक सैन्य अभियान है।
प्रस्ताव में कहा गया, ‘‘विश्वविद्यालय बिरादरी राष्ट्र, उसके नागरिकों, भारत सरकार और बहादुर सशस्त्र बलों के साथ दृढ़ता से खड़ी है।’’
इसमें ऑपरेशन की ‘शक्ति, योजना, सटीकता और साहस’ की सराहना की गई।
सात मई को शुरू किए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में सीमा पार पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले कश्मीर में आतंकी शिविरों को निशाना बनाया गया। यह हमला 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम के पास हुए आतंकी हमले के जवाब में किया गया था।
पहलगाम में आतंकवादी हमले में 26 लोग मारे गए थे जिनमें अधिकतर पर्यटक थे। अधिकारियों ने इस हमले के लिए सीमा पार के तत्वों को जिम्मेदार ठहराया है।
दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति योगेश सिंह ने ‘एक्स’ पर कई पोस्ट में सशस्त्र बलों के प्रति समर्थन व्यक्त किया।
उन्होंने लिखा, ‘‘ऑपरेशन सिंदूर प्रधानमंत्री (नरेन्द्र) मोदी के दृढ़ नेतृत्व का प्रमाण है, जो राष्ट्र प्रथम पर दृढ़ता से केंद्रित है, जिसमें भारतीय सशस्त्र बलों का बिना किसी शर्त के समर्थन किया गया है। सशस्त्र बलों ने सेवा की अपनी सर्वश्रेष्ठ परंपरा का प्रदर्शन करते हुए आतंकवादियों और उनके संरक्षकों को बहादुरी से जवाब दिया है।’’
एक अन्य पोस्ट में सिंह ने कहा, ‘‘भारतीय सेना को उसकी वीरता और साहस के लिए सलाम। हमें आप पर गर्व है। प्रधानमंत्री मोदी के मजबूत और निर्णायक नेतृत्व में भारत अपनी संप्रभुता और सुरक्षा के साथ कोई समझौता बर्दाश्त नहीं करेगा।’’
भाषा राजकुमार माधव
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