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बुधवार, 7 मई, 2025
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‘ऑपरेशन सिंदूर’ संबंधी ब्रीफिंग में भारत की ‘नारी शक्ति’ भी केंद्र में रही

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(तस्वीरों के साथ)

नयी दिल्ली, सात मई (भाषा) भारत की ‘नारी शक्ति’ बुधवार को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर एक प्रेस वार्ता के दौरान केंद्र में रही जब दो कुशल महिला सैन्य अधिकारियों ने विदेश सचिव विक्रम मिसरी के साथ पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर में नौ आतंकी ठिकानों पर सशस्त्र बलों द्वारा किए गए सटीक हमलों के बारे में जानकारी दी।

राष्ट्रीय मीडिया केंद्र में आयोजित प्रेस वार्ता में मिसरी के साथ कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह भी मौजूद थीं, जिन्होंने सैन्य और कूटनीति में भारत की ताकत के संयोजन की एक अद्भुत छवि पेश की।

पहलगाम हमले के जवाब में भारत के मिसाइल हमले के कुछ घंटे बाद विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने कहा कि भारतीय सेना ने पाकिस्तान में आतंकी ढांचे को नष्ट करने और भविष्य में ऐसे किसी हमले को रोकने के लिए ‘नपी-तुली, टकराव को नहीं बढ़ाने वाली, संतुलित और जिम्मेदाराना’ कार्रवाई की।

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादियों द्वारा 26 लोगों की हत्या किए जाने के दो सप्ताह बाद ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत ये सटीक हमले किए गए।

सरकार की ओर से पहले हिंदी और फिर अंग्रेजी में आरंभिक वक्तव्य देने के बाद मिसरी ने घोषणा की कि दोनों महिला अधिकारी अभियान के व्यापक विवरण के बारे में जानकारी देंगी।

सेना की सिग्नल कोर की कर्नल कुरैशी और हेलीकॉप्टर पायलट विंग कमांडर सिंह ने मंलवार देर रात निशाना बनाए गए पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर स्थित स्थलों के नाम और विवरण साझा किए।

सेना अधिकारी ने हिंदी में बात की, जबकि भारतीय वायुसेना की हेलीकॉप्टर पायलट ने अंग्रेजी में विवरण साझा किया।

कर्नल कुरैशी ने कहा, ‘‘मैं, कर्नल सोफिया कुरैशी और मेरे साथ विंग कमांडर व्योमिका सिंह, आज आपको भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा 6-7 मई, 2025 की मध्य रात्रि को एक बजे से 1:30 बजे के बीच किए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बारे में जानकारी देंगे।’’

उन्होंने कहा कि यह अभियान 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए जघन्य आतंकवादी हमले में मारे गए लोगों और उनके परिवारों को न्याय दिलाने के लिए शुरू किया गया।

विंग कमांडर सिंह ने प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि आतंकवादी शिविरों पर हमला ‘‘सटीक क्षमताओं’’ के माध्यम से किया गया।

वायुसेना अधिकारी ने कहा, ‘‘उच्च तकनीक वाले अस्त्रों के साथ सावधानीपूर्वक आयुध का चयन सुनिश्चित किया गया, ताकि कोई अतिरिक्त क्षति न हो। प्रत्येक लक्ष्य पर प्रभाव बिंदु एक विशिष्ट इमारत या इमारतों का समूह था।’’

भाषा नेत्रपाल पवनेश

पवनेश

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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