नई दिल्लीः रीना वर्मा, 92 साल की एक भारतीय महिला पाकिस्तान में अपने बचपन के घर जाने को लेकर चर्चा में हैं. पिछले 75 सालों में भारत-पाकिस्तान विभाजन के बाद वह अपने बचपन के घर जाने वाली महिला हैं. उनके घर में अभी तक कोई भी भारत आने के बाद वापस वहां नहीं गया.
विभाजन के पहले रीना का घर पाकिस्तान के शहर रावलपिंडी में था. रीना ने कहा, ‘मेरा सपना सच हो गया.’ आगे उन्होंने कहा कि उनकी बहन भी घर जाना चाहती थी लेकिन उसका सपना पूरा होता इसके पहले ही वह चल बसीं.
साल 1947 में भारत-पाकिस्तान बंटवारे के बाद उनका परिवार पश्चिमी भारत के शहर पुणे में आ गया था. हालांकि, अपने युवावस्था में वे पाकिस्तान के शहर लाहौर में एक बार गई थीं लेकिन उस वक्त भी वह रावलपिंडी नहीं जा पाई थीं.
पाकिस्तान में बचपन के घर पर पहुंचने पर वहां पड़ोसियों ने रीना वर्मा का ड्रम बजाकर स्वागत किया और उन पर फूलों की बारिश की. यहां तक कि ड्रम की ताल पर लोगों ने डांस भी किया. वहां उन्होंने कई घंटों तक समय बिताया.
उन्होंने दोनों देशों के युवाओं से अपील की कि वे आपसी तालमेल और शांति से रहें. डीएवी कॉलेज के नजदीक प्रेम निवास मोहल्ला पहुंचने के बाद लोगों ने उनका जमकर स्वागत किया. वहां पहुंचने पर रीना वर्मा ड्रम की बीट्स सुनकर वर्मा आपको रोक नहीं पाईं और लोगों के साथ डांस करने लगीं.
Appeal from 92 years old Indian lady to youth of #Pakistan & #India to live with harmony and peace. Reena Verma visited her birthplace in Rawalpindi for the first time after partition in 1947 #PakistanIndia #peace pic.twitter.com/tbeXcZOCse
— Mubashir Zaidi (@Xadeejournalist) July 20, 2022
उन्होंने कहा, ‘हमारी संस्कृति एक जैसी है और हमारे पास एक जैसी चीजें हैं. जब हम रावलपिंडी में रहते थे तो उनकी गली हिंदू गली थी लेकिन दूसरे धर्मों के लोग भी वहां रहते थे.’
#IndoPak Dream comes true: 90-Year old Indian woman Reena Vermain visited ancestral home in #Rawalpindi #Pakistan, she migrated from this house at the age of 15 during the partition of India in 1947 pic.twitter.com/mZB5bX6h1j
— Ghulam Abbas Shah (@ghulamabbasshah) July 20, 2022
बता दें कि इस साल की शुरुआत में ही वर्मा ने पाकिस्तान जाने के लिए वीजा अप्लाई किया था लेकिन बाद में भारतीय दूतावास द्वारा इसे अस्वीकार कर दिया गया, इस बाद उन्होंने एक वीडियो के जरिए वीजा दिए जाने के लिए अपील किया. बाद में पाकिस्तान की विदेश राज्य मंत्री हिना रब्बानी खार ने इसका संज्ञान लेते हुए भारतीय उच्चायुक्त को वीजा देने का निर्देश दिया.
यह भी पढ़ेंः पाकिस्तान के पंजाब उपचुनावों में इमरान खान ने शहबाज शरीफ को किया ‘क्लीन स्वीप’, PMLN ने मानी हार