नई दिल्ली: भारतीय रेलवे ने रविवार को कहा कि एक जून से 200 विशेष ट्रेनों का परिचालन शुरू कर दिया जायेगा और पहले दिन 1.45 लाख से अधिक यात्री यात्रा करेंगे.
रेलवे ने कहा कि लगभग 26 लाख यात्रियों ने एक जून से 30 जून तक विशेष ट्रेनों से यात्रा के लिए टिकट की बुकिंग कराई है.
ये सेवाएं 12 मई से संचालित हो रही श्रमिक विशेष ट्रेनों और 30 वातानुकूलित ट्रेनों के अलावा हैं.
रेलवे ने कहा कि यात्रियों को प्रस्थान से कम से कम 90 मिनट पहले स्टेशन पर पहुंचना होगा और जिन लोगों के पास कंफर्म या आरएसी टिकट होंगे, उन्हें ही स्टेशन के भीतर जाने और ट्रेनों में सवार होने की अनुमति दी जायेगी.
केन्द्रीय गृह मंत्रालय (एमएचए) के दिशा-निर्देशों के अनुसार यात्रियों को अनिवार्य रूप से जांच करानी होगी, केवल बिना लक्षण वाले यात्रियों को ही ट्रेनों में प्रवेश करने या सवार होने की अनुमति दी जायेगी.
झारखंड, आंध्र, महाराष्ट्र ने एक जून से विशेष ट्रेनों को चलाने पर आपत्ति जताई: रेलवे
रेलवे ने रविवार को कहा कि 200 विशेष यात्री ट्रेनों का परिचालन शुरू होने से कुछ घंटे पहले झारखंड, आंध्र प्रदेश और महाराष्ट्र ने इन सेवाओं के बारे में आपत्ति जाहिर की है.
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सूत्रों ने बताया कि मामले के समाधान के लिए रेलवे मुख्यालय में एक उच्च-स्तरीय बैठक चल रही है. उन्होंने संकेत दिये कि तीन राज्यों ने कोरोनावायरस के बढ़ते मामलों को लेकर चिंता जताई है और इसे ट्रेनों के परिचालन के लिए उनके विरोध का कारण माना जा रहा है.
रेलवे के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘झारखंड, आंध्र प्रदेश और महाराष्ट्र ने योजना के अनुसार इन ट्रेनों को चलाने या ठहराव की संख्या को लेकर आपत्ति जाहिर की है. राज्यों के साथ मामले पर विचार-विमर्श किया जा रहा है. इस संबंध में किसी भी अन्य घटनाक्रम के बारे में बताया जायेगा.’