नयी दिल्ली, दो अप्रैल (भाषा) भारतीय रेलवे की रेल इंजन निर्माण इकाइयों ने वित्त वर्ष 2024-25 के दौरान विभिन्न श्रेणियों में 1,681 रेल इंजनों का निर्माण किया, जो पिछले वित्त वर्ष 2023-24 की तुलना में 209 रेल इंजन या 19 प्रतिशत अधिक है। मंत्रालय ने बुधवार को एक बयान में यह जानकारी दी।
बयान में कहा गया, “भारत रेलवे लोकोमोटिव (इंजन) निर्माण में वैश्विक नेता के रूप में उभरा है। उसने वित्त वर्ष 2024-25 में रिकार्ड 1,681 इंजनों का निर्माण किया।’’
इसमें कहा गया है, ‘‘यह उपलब्धि अमेरिका, यूरोप, दक्षिण अमेरिका, अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया जैसे क्षेत्रों के कुल इंजन निर्माण से अधिक है, जो वैश्विक रेलवे क्षेत्र में भारत के बढ़ते प्रभुत्व की पुष्टि करता है।’’
पिछले वित्त वर्ष से तुलना करते हुए मंत्रालय ने कहा, “यह पिछले वित्त वर्ष 2023-24 में निर्मित 1,472 इंजनों की तुलना में 209 इंजन या 19प्रतिशत अधिक निर्माण को दर्शाता है।”
रेल इंजन उत्पादन में वृद्धि को ‘मेक इन इंडिया’ पहल को मजबूत करने के लिए लिए गए रणनीतिक निर्णयों का प्रत्यक्ष परिणाम बताते हुए मंत्रालय ने कहा, ‘‘2004 और 2014 के बीच भारत ने कुल 4,695 रेल इंजनों का निर्माण किया था, जिसका राष्ट्रीय वार्षिक औसत 470 था।
इसके विपरीत, 2014 से 2024 तक रेल इंजन निर्माण में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई। इस दौरान 9,168 रेल इंजनों का निर्माण किया गया जिससे वार्षिक औसत लगभग 917 हो गया।’’
भाषा
राजकुमार रंजन
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