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Tuesday, 7 May, 2024
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रेलवे ने मजदूरों और गरीबों के लिए खोला किचन, रोज लाख लोगों का बन रहा खाना

देश के प्रमुख रेलमार्गों पर आईआरसीटीसी अपने मेगा बेस किचन की सहायता से रोज लाखों लोगों का खाना एक बार में तैयार कर रहा है. लोगों के स्वाद का ध्यान रखकर उत्तर भारत में कढ़ी-चावल, पूर्वी भारत में खिचड़ी और दक्षिण भारत में लेमन राइस खिला रहा है.

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नई दिल्ली: कोरोनावायरस के फैलते संक्रमण के चलते देशभर में लॉकडाउन चल रहा है जिससे शहरों में रह रहे मजदूर बड़ी संख्या में पलायन कर रहे हैं जिन्हें रोकने के लिए केंद्र व राज्य सरकारें तो जुटीं हुई हैं ही भारतीयरेल शहरों से पलायन कर रहे मजदूर और गरीबों की भूख ​शांत करने में लगा हुआ है. आईआरसीटीसी ने देशभर में अपने किचन खोल दिए है. यहां से स्थानीय प्रशासन, पुलिस और आरपीएफ के अलावा एनजीओ के माध्यम से गरीबों और मजदूरों को  भोजन के पैकेट उपलब्ध करवाएं जा रहे हैं. यही नहीं रेलवे भोजन के साथ स्थानीय स्वाद का भी विशेष ध्यान में रख रहा है. रेलवे किचन दिल्ली वालों को जहां ‘कढ़ी-चावल’ खिला रहा है वहीं दक्षिण भारतीयों के लिए ‘लेमन राइस’ परोस रहा है.

आईआरसीटीसी के प्रवक्ता सिद्धार्थ सिंह ने दिप्रिंट से कहा,’ देश के प्रमुख रेलमार्गों पर (भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम) आईआरसीटीसी का मेगा बेस किचन है. यहां रोज लाखों लोगों का खाना एक बार में तैयार किया जा सकता है. इसलिए रेलवे इसका उपयोग कर रहा है.’

सिंह के अनुसार, ‘रेलमंत्री पीयूष गोयल ने देशभर के सभी डीआरएम को निर्देश दिया है कि राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन के सहयोग से मजदूर, गरीब और जरुरमंद लोगों को खाना पहुंचाया जाए. वहीं इसके अलावा स्थानीय प्रशासन की ओर से आने वाली मांग का भी ध्यान में रखकर मांग पूरी जाए. इसका पूरा खर्चा आईआरसीटीसी उठा रहा है. यहां बनने वाला खाना रेल परिसर सहित संबंधित शहरों में रह रहे गरीब,मजदूर और जरुरतंद को दिया जा रहा है.’


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आईआरसीटीसी सामान्य दिनों में देशभर के विभिन्न स्टेशनों, फूड प्लाजा और कैटरिंग के जरिए 20 लाख लोगों के लिए भोजन की आपूर्ति करता है. आईआरसीटीसी ने दक्षिण भारत में लेमन राइस तो पूर्वी भारत में खिचड़ी- चोखा और उत्तर में कढ़ी-चावल मुहैया करवा रहा है.

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आईआरसीटीसी ने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में दिल्ली प्रशासन को 7000 पैकेट कढ़ी और चावल को पहुंचाएं है. वहीं पटना में 500 पैकेट, गया में 400, कटिहार में 300 पैकैट खिचड़ी और चोखा उपलब्ध करवाया है. इसके अलावा जमशेदपुर में 400 रांची में 400 भोजन पैकेट दिए गए है. पश्चिम बंगाल में हावड़ा और सियालदह रेलवे स्टेशन पर 1770  पैकेट खिचड़ी और अचार के पैकेट दिए गए है. दक्षिण भारत के बेंगलुरु में दो हजार और हुबली में 700 पैकेट दिए गए है. इनमें लेमन राइस लोगों को दिया गया है.वहीं मुंबई सेट्रल में खिचड़ी और आचार के साथ 2750 पैकेट लोगों के दिए गए है.

खाद्य और मेडिकल के लिए छह विशेष ट्रेन

देशभर में कोरोना के प्रकोप के चलते सभी यात्री व पार्सल सेवा ट्रेनें 14 अप्रैल तक स्थगित कर दी हैं. इस दौरान केवल मालगाड़ियां ही देशभर में चलाई जा रही है.माल ढुलाई और समय से माल एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचाने के लिए उत्तर रेलवे ने 6 विशेष पार्सल ट्रेन चलाने की घोषणा की है. इनमें चार ट्रेन नई दिल्ली और अन्य पंजाब के चंढीगढ़ व मोगा से चलेगी. इन विशेष ट्रेनों का उपयोग केवल डेयरी प्रोडेक्ट, मेडिकल उपकरण व खाद्य पदार्थ भेजने के लिए किया जाएगा. नई दिल्ली से गुवाहाटी, मुंबई, हावड़ा और पंजाब से जयपुर व चंगसारी के लिए यह सेवा उपलब्ध होगी.

पीएम केयर फंड में रेलवे का 151 करोड़ रुपए देने का एलान

पीएम मोदी के कोरोना से निपटने के लिए बनाए गए विशेष ‘पीएम केयर फंड’ में रेलवे में 151 करोड़ रुपये देने का एलान किया है. रेलमंत्री पीयूष गोयल और रेल राज्यमंत्री सुरेश अंगाडी भी इस फंड में अपनी एक माह की सैलेरी देने की घोषणा की है. रेल मंत्री पीयूष गोयल ने ट्वीट कर कहा, ‘पीएम नरेंद्र मोदी जी के आह्वान पर मैं और मेरे साथी रेल राज्य मंत्री सुरेश अंगाडी एक महीने की तथा रेलवे के 13 लाख व पीएसयू के साथी एक दिन के वेतन से, पीएम केयर फंड में 151 रुपए करोड़ की राशि का सहयोग देंगे.साथियों के सहयोग से अभिभूत हूं, मेरी प्रार्थना है कि देश स्वस्थ व सुरक्षित हो.’

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