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Tuesday, 10 December, 2024
होमदेशअगर IPL 2022 के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों की एक टीम बनाई जाए तो किन धुरंधरों को मिलेगी जगह

अगर IPL 2022 के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों की एक टीम बनाई जाए तो किन धुरंधरों को मिलेगी जगह

फाइनल बस नजदीक ही है. खिलाड़ियों के अब तक के प्रदर्शन को देखते हुए दिप्रिंट ने मौजूदा सीजन की अब तक की सर्वश्रेष्ठ प्लेइंग इलेवन चुनी है. साथ ही उभरते हुए खिलाड़ियों और वापसी करने वाले सितारों को भी हाइलाइट किया है.

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नई दिल्ली: इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) ने इस साल रिकॉर्ड कीमत पर दो नई टीमों को शामिल किया है. साथ ही राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों के रूप में बहुत सारी नई प्रतिभाओं को भी मौका दिया. जहां एक ओर नए खिलाड़ी अपने खेल से सभी को अचंभित कर रहे हैं वहीं दूसरी ओर विराट कोहली, केन विलियमसन, रोहित शर्मा और रवींद्र जडेजा जैसे दिग्गज खिलाड़ियों का प्रदर्शन काफी खराब रहा है.

रविवार तक 70 मैच खेले जा चुके होंगे. कुछ के बारे में जीत या हार का कयास लगाना आसान था तो कुछ मैच ऐसे भी थे जहां दर्शकों को दिल थाम कर बैठना पड़ा. बड़े उलट-फेर के साथ अब सबकी निगाहें इस पर टिकी है कि फाइनल में कप किसके हाथ में होगा.

नई टीमों में गुजरात टाइटन्स और लखनऊ सुपर जायंट्स क्रमशः पहले और तीसरे स्थान पर हैं जबकि दूसरे स्थान पर राजस्थान रॉयल्स और चौथे स्थान पर रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर शामिल हैं. प्लेऑफ में गुजरात का सामना मंगलवार को राजस्थान से और बुधवार को लखनऊ का सामना बैंगलोर से होगा. ये दोनों मैच कोलकाता में खेले जाएंगे.

मंगलवार के मुकाबले में जीत हासिल करने वाली टीम 29 मई को अहमदाबाद में होने वाले फाइनल में चली जाएगी, जबकि हारने वाली टीम फाइनल में जगह बनाने के लिए एक बार फिर से 27 मई को बुधवार के मुकाबले में विजेता टीम से भिड़ेगी.

राउंड-रॉबिन फॉर्मेट में खेले जाने वाला ये मुकाबला फिलहाल अंतिम पड़ाव की तरफ अपने कदम बढ़ा रहा है. दिप्रिंट ने अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों पर अपनी नज़र बनाए हुई है. आईपीएल के नियमों को ध्यान में रखते हुए हमने भी अपनी 11 खिलाड़ियों की टीम में सिर्फ चार विदेशियों को रखा है:

1. जोस बटलर (ओपनर, राजस्थान रॉयल्स)

इंग्लैंड के उप-कप्तान और सफेद गेंद से खेलने में माहिर जोस बटलर तीन साल के बाद आखिरकार आईपीएल में वापस आ गए हैं. बटलर ने अपने पहले सात मैचों में तीन शतक जड़े. शुरूआती मैचों में शानदार प्रदर्शन करते हुए बटलर ने 14 मैचों में 629 रन बनाए है.

उनका पहला शतक 2 अप्रैल को मुंबई इंडियंस के खिलाफ 66 गेंदों पर बनाया गया था. अगले लगातार दो शतक कोलकाता और दिल्ली के खिलाफ खेलते हुए लगाए. हालांकि जोस की फॉर्म अब पहले जैसी नजर नहीं आ रही है. उन्होंने अपने पिछले चार मैचों में सिर्फ 41 रन बनाए हैं. रॉयल्स को प्लेऑफ में आगे बढ़ने के लिए अपने इस स्टार-बल्लेबाज की जरूरत होगी.

2. के.एल. राहुल (ओपनर और कप्तान, लखनऊ सुपर जायंट्स)

नई टीम लखनऊ सुपर जायंट्स आईपीएल के इतिहास की सबसे महंगी टीम है. इसके कप्तान के.एल. राहुल सीजन के ‘मिस्टर कंसिस्टेंट’ रहे हैं. टॉप पर हमेशा की तरह भरोसेमंद, उन्होंने 48.82 की औसत से 537 रन बनाए हैं.

राहुल ने अपने बल्ले से तो कमाल दिखाया ही है साथ ही टीम का बेहतर तरीके से नेत़ृत्व भी किया है. चाहे बात टीम की फिटनेस की हो या फिर जरूरत पड़ने पर खिलाड़ियों को रोटेट करने की. राहुल बतौर कप्तान टीम को प्लेऑफ़ तक पहुंचाने के लिए के लिए रास्ता आसान बनाते चले गए.

हालांकि इस सीज़न में उनकी सबसे बड़ी बाधा उनका कम स्ट्राइक रेट है जो 136 का रहा है. 2019 के बाद से ही यह उनके लिए एक बड़ी समस्या बनी हुई है. याद करें 2018 में उन्होंने 158 का एक बेंचमार्क सेट किया था?

3. राहुल त्रिपाठी (मध्यक्रम के बल्लेबाज, सनराइजर्स हैदराबाद)

नए अनुभवहीन युवा खिलाडियों और अंडरपरफॉर्मिंग सीनियर्स से घिरे मध्यक्रम के आक्रामक बल्लेबाज राहुल त्रिपाठी ने अपनी नई फ्रेंचाइजी को निराश नहीं किया. उन्होंने अपनी बल्लेबाजी से बार-बार टीम को मुश्किलों से उबारा है.

कप्तान केन विलियमसन ने पावर-प्ले में लगातार स्कोरिंग रेट को धीमा किया तो वहीं सलामी बल्लेबाज अभिषेक शर्मा डगमगाते नजर आए. लेकिन विदेशी बल्लेबाजों निकोलस पूरन और एडेन मार्कराम की मदद से त्रिपाठी ने 161 की दर से बाउंड्री लगाई, जो आईपीएल में उनका अब तक का सर्वोच्च स्कोर है.

4. दीपक हुड्डा (मध्यक्रम के बल्लेबाज, लखनऊ सुपर जायंट्स)

सालों तक शुरुआत करने का असफल प्रयास और छिटपुट योगदान के बाद रोहतक में जन्मे हुड्डा इस साल टीम के लिए एक जरूरत बन गए. जब एलएसजी की शुरुआती साझेदारी ज्यादा कुछ नहीं कर पा रही थी तो उन्होंने मध्यक्रम को तेज किया और टीम की तरफ से विपक्षी टीम पर जवाबी हमला किया.

हुड्डा को 5.75 करोड़ रुपये में खरीदा गया था. लेकिन हुड्डा ने अपने प्रदर्शन से दिखा दिया कि वह अपनी इस कीमत से कहीं अधिक कीमती हैं. इस सीजन में 133 के स्ट्राइक रेट से 406 रन बनाए और वहीं उनकी फील्डिंग भी लाजवाब रही.

5. लियाम लिविंगस्टोन (ऑलराउंडर, पंजाब किंग्स)

लिविंगस्टोन की विस्फोटक बल्लेबाजी के लंबे समय से चर्चे थे. इस साल के प्रदर्शन से उन्होंने दिखा दिया कि उनके बारे में कही गई बातें बेमानी नहीं थीं. 2017 में बेन स्टोक्स के बाद वह सबसे कीमती विदेशी खिलाड़ी हैं. एक ऑलराउंडर के रूप में लियाम ने 177 की स्ट्राइक रेट से लगभग 400 रन बनाकर अपने 10 करोड़ मूल्य टैग को सही ठहरा दिया है. उनके इस खेल में 110 मीटर से लंबे छक्के भी शामिल हैं.

लंकाशायर में जन्मे क्रिकेटर ने गेंदबाजी से भी खासा प्रभावित किया है. पंजाब की तरफ से खेलने वाला यह ऑलराउंडर अपनी स्पिन गेंद से विपक्षी टीम को खासा परेशान करते हैं. यह बाएं हाथ के बल्लेबाजों को ऑफ स्पिन और दाएं हाथ के बल्लेबाज को लेग स्पिन डालने में माहिर है.

6. आंद्रे रसेल (ऑलराउंडर, कोलकाता नाइट राइडर्स)

2022 में वह पुराने वाले ‘ड्रे रस’ नहीं है, लेकिन जमैका के इस दिग्गज खिलाड़ी ने कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) को संभाल के रखा हुआ है. यह टीम शुरुआत से ही असंतुलित नजर आई, जबकि सीनियर्स ने बार-बार खराब प्रदर्शन किया.

उनके 17 विकेट सामान्य से अधिक इकोनॉमी रेट से आए हैं. जहां रसेल का स्ट्राइक उनके प्रतिद्वंद्वियों से ऊपर बना रहा है. उन्होंने 174 के स्ट्राइक रेट से 32 छक्कों के साथ 335 रन बनाए है.

7. दिनेश कार्तिक (विकेटकीपर, रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर)

दिनेश इस सीजन में एक नए रूप में नजर आए हैं. एक फिनिशर की भूमिका दिए जाने और केकेआर में कप्तानी के बोझ से मुक्त होने के बाद 2022 में डी.के. के खेल में खासा निखार आया है.

वह रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (आरसीबी) के लिए एकदम सही फिनिशर साबित हुए हैं. शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों के जाने के बाद डी.के, अपने एक महत्वपूर्ण साझेदार शाहबाज अहमद के साथ स्कोर को सम्मानजनक स्थिति में ले आए. दिनेश कार्तिक का लीग का सर्वाधिक स्ट्राइक रेट 57.40 के औसत से 191.33 का है.

8. वानिंदु हसरंगा (दाएं हाथ के लेग स्पिनर, रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर)

हाल ही में स्थानीय प्रतिभाओं की अच्छी-खासी संख्या के चलते विदेशी स्पिनरों को कम ही मौके मिले हैं. लेकिन श्रीलंकाई सनसनी हसरंगा ने पिछले सात हफ्तों में अपने अंतरराष्ट्रीय सफेद गेंद के कारनामों को सफलतापूर्वक दोहराया है. वह दुनिया भर की तमाम टी-20 लीग में खेल चुके हैं.

रिलीज प्वाईंट में थोड़ा फेरबदल कर, अपनी लेग स्पिन की गति और गुगली से हसरंगा ने पर्पल कैप के लिए युजवेंद्र चहल के साथ मुकाबला करने के लिए टूर्नामेंट में अपने खेल को बेहतर किया है.

9. मोहम्मद शमी (दाएं हाथ के तेज गेंदबाज, गुजरात टाइटंस)

अनुभवी तेज गेंदबाज शमी का गुजरात टाइटंस के लिए 18 विकेट और 7.77 की इकॉनमी रेट है. अपनी 6.25 करोड़ की कीमत से कहीं अधिक कीमती साबित हुए हैं. शमी की इकॉनमी रेट में भी पिछले दो सत्रों में प्रभावशाली प्रदर्शन के साथ सुधार हुआ है. 2021 में उनका इकॉनमी रेट 7.50 था.

शमी का यह लगातार चौथा सीजन हैं जिसमें उन्होंने 18 से ज्यादा विकेट लिए हैं.

10. उमरान मलिक (दाएं हाथ के तेज गेंदबाज, सनराइजर्स हैदराबाद)

जम्मू के इस तेज गेंदबाज के रूप में उनकी पृष्ठभूमि (जो क्रिकेटरों के लिए नहीं जानी जाती है) ने उन्हें लोकप्रिय बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है. लेकिन उमर मलिक ने कथित ‘अनुशासनहीनता’ से किनारा कर लिया है, जिसने उन्हें सीजन की शुरुआत में परेशान किया था.

वह हर सनराइजर्स मैच के अंत में ‘फास्टेस्ट डिलीवरी’ का पुरस्कार ही नहीं जीतते हैं बल्कि बल्लेबाजों को 150 किमी/घंटा की रफ्तार से गेंद फेंक कर परेशानी में भी डाल देते हैं. कुछ दिनों से उनके इकॉनमी रेट में थोड़ा सुधार आया है. मलिक ने 21 विकेट लिए हैं.


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11. युजवेंद्र चहल (दाएं हाथ के लेग स्पिनर, राजस्थान रॉयल्स)

संयुक्त अरब अमीरात में भारत के टी20 विश्व कप टीम से बाहर होने और मेगा नीलामी से पहले आरसीबी द्वारा रिलीज किए जाने के बाद, चहल ने 7.68 की इकॉनमी से 26 विकेट लेकर अपनी शानदार प्रतिभा को एक बार फिर से सबके सामने ले आए.

ऑफ स्पिन के दिग्गज आर अश्विन के साथ मिलकर, चहल ने राजस्थान के स्पिन अटैक को फिर से जिंदा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. पिछले सीजन में राजस्थान की स्थिति ठीक नहीं थी. युजवेंद्र 2022 में पर्पल कैप पहनने वालों की रेस में भी आगे हैं.

उभरती हुई प्रतिभा और वापसी

तिलक वर्मा (मध्य क्रम, मुंबई इंडियंस)

कमजोर मुंबई इंडियंस के लिए बल्लेबाजी में एकमात्र रोशनी की किरण तिलक ही है जिसने लाइनअप को एक साथ रखा हुआ है. अक्सर एक ही पारी में टीम का सहारा और आक्रामक बल्लेबाज दोनों की भूमिका निभाई है.

मोहसिन खान (लेफ्ट आर्म मीडियम फास्ट, लखनऊ सुपर जायंट्स)

5.93 पर 13 विकेट के साथ, मोहसिन खान का इस सीजन में किसी भी तेज गेंदबाज के लिए सर्वश्रेष्ठ इकॉनमी रेट है. पश्चिमी उत्तर प्रदेश के छोटे से शहर संभल से निकलकर वह स्टार-स्टडेड लखनऊ टीम में शामिल हुआ है. लेकिन उसने बड़े नामों को पछाड़ दिया है.

कुलदीप यादव (बाएं हाथ के स्पिनर, दिल्ली कैपिटल्स)

पिछले सीजन में सिर्फ ड्रिंक्स ले जाने तक सीमित रहे कुलदीप यादव को इस बार मौका मिला तो उन्होंने अपनी शानदार गेंदबाजी से सभी आलोचकों का मुंह बंद कर दिया. फ्रैंचाइज़ी में बदलाव के बाद बांए हाथ के स्पिनर ने ऋषभ पंत, रिकी पोंटिंग और जेम्स होप्स के नेतृत्व में अच्छा प्रदर्शन किया है.

डेविड वार्नर (ओपनर, दिल्ली कैपिटल्स)

अपनी पहली आईपीएल फ्रैंचाइज़ी की वापसी में विस्फोटक ऑस्ट्रेलियाई सलामी बल्लेबाज ने 150.5 की स्ट्राइक रेट से 432 रन बनाकर दिखा दिया कि उनका खराब फॉर्म और पिछले साल हैदराबाद से तीखे तरीके से बाहर होना महज एक झटका था. जिससे वह उबर गए हैं.

आशीष नेहरा (मुख्य कोच, गुजरात टाइटंस)

जब नेहरा को ये जिम्मेदारी दी गई तो कई लोगों ने यह कहकर उनकी आलोचना की थी कि टीम में बल्लेबाजी प्रतिभा की कमी दिख रही है और पेस गेंदबाजों से भरी पड़ी है. लेकिन पूर्व बाएं हाथ के तेज गेंदबाज ने लीग में इस टीम को शीर्ष पर पहुंचाते हुए उन्हें गलत साबित कर दिया.

(इस खबर को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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