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रविवार, 27 अप्रैल, 2025
होमदेशभारतीय किशोर ने IS का वीडियो देखने के बाद मस्जिद हमलों की योजना बनाई सिंगापुर में हिरासत में लिया गया

भारतीय किशोर ने IS का वीडियो देखने के बाद मस्जिद हमलों की योजना बनाई सिंगापुर में हिरासत में लिया गया

एक ईसाई लड़के ने 15 मार्च 2019 को न्यूजीलैंड के क्राइस्टचर्च में मुसलमानों की हत्या को देखा था, और अपनी दूसरी वर्षगांठ पर अपने हमले को अंजाम देने की योजना बनाई थी.

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नई दिल्ली: भारतीय मूल के एक 16 वर्षीय लड़के को सिंगापुर के सुरक्षा अधिकारियों ने दो मस्जिदों पर हमले की योजना के लिए हिरासत में लिया है. अधिकारियों के अनुसार, किशोर अब तक का सबसे कम उम्र का व्यक्ति है जिसे आतंकवाद से संबंधित गतिविधियों के लिए देश के आंतरिक सुरक्षा अधिनियम के तहत हिरासत में लिया गया है.

यह ईसाई किशोर कथित रूप से 15 मार्च 2019 को न्यूजीलैंड के क्राइस्टचर्च में हुए हमले से प्रेरित था, और इस वर्ष उस घटनाकी दूसरी वर्षगांठ पर हमले को अंजाम देने की योजना बना रहा था.

आंतरिक सुरक्षा विभाग (ISD) ने बुधवार को एक बयान में कहा कि किशोर को दिसंबर 2020 में गिरफ्तार किया गया था. यह आरोपी कथित तौर पर हमले को लाइव स्ट्रीम करने की योजना भी बना रहा था.

आईएसडी ने कहा, उनके निशाने पर असीफा मस्जिद और यूसुफ इशाक मस्जिद थे, क्योंकि वे दो मस्जिदें उसके घर के सबसे पास थीं.

आईएसडी ने कहा, ‘वह आत्म-कट्टरपंथी था, जो इस्लाम के प्रति घृणा और हिंसा से प्रेरित था.’

जांच ने संकेत दिया कि किशोर अकेले काम कर रहा था, और उसने अपनी योजना में किसी को भी शामिल करने या प्रभावित करने की कोशिश नहीं की थी.

आईएसडी ने कहा कि उसे पिछले नवंबर में सिंगापुर के एक व्यक्ति के बारे में जानकारी मिली थी जो देश में मुसलमानों पर हमला करना चाहता था. उन्होंने 26 नवंबर को आईएसए के तहत किशोर को गिरफ्तार किया और 23 दिसंबर को एक हिरासत आदेश जारी किया गया.

‘मरने के लिए तैयार था’

अधिकारियों के अनुसार, 16 वर्षीय ने क्राइस्टचर्च में दो मस्जिदों पर हमले के लाइवस्ट्रीम वीडियो को देखा था और हमलावर ब्रेंटन टैरेंट का घोषणापत्र पढ़ा था, जो वर्तमान में उम्रकैद की सजा काट रहा है. टैरेंट ने 51 उपासकों को मार दिया था और दर्जनों अन्य को हमलों में घायल कर दिया था.

‘वह (किशोर) इराक और सीरिया (ISIS) के वीडियो देखकर इस गलत निष्कर्ष पर पहुंचा कि ISIS इस्लाम का प्रतिनिधित्व करती है , और इस्लाम में अपने अनुयायियों को गैर-विश्वासियों को मारने का आह्वान किया गया है.’ उन्होंने कहा

किशोर ने जांच के दौरान यह भी स्वीकार किया कि वह अपनी योजना के लिए केवल दो परिणामों की उम्मीद कर सकता है – कि वह हमलों को अंजाम देने से पहले गिरफ्तार कर लिया जाएगा, या वह इस योजना को अंजाम देने के बाद पुलिस द्वारा मार दिया जाएगा.’

सिंगापुर के कानून और गृह मामलों के मंत्री के शनमुगम ने कहा कि किशोर की यह बात काफी हैरान कर देने वाली है कि यह जानते हुए कि वह मरने वाला है, पूरी तरह से इसके लिए तैयार था.

(इस खबर को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)

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