नई दिल्ली: इस साल मानसून सामान्य रहने का अनुमान जताया गया है. मौसम विभाग ने दक्षिण पश्चिम मानसून के लेकर बुधवार को पहला दीर्घकालिक अनुमान जताते हुए कहा कि इस साल मानसून +5 या -5% मॉडल एरर के साथ 2020 मानसून में बारिश की औसत अवधि 100% होने की उम्मीद है. यह जानकारी पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के सचिव माधवन राजीवन ने दी.
माधवन ने जानकारी देते हुए कहा कि दक्षिण पश्चिम मानसून जून से सितंबर तक पूरे देश में 96-104 फीसदी रहने का अनुमान भी जताया है.
वहीं मौसम विभाग ने बताया कि देश के कई हिस्सों में मानसून के आगमन और वापसी की तारीखों में बदलाव किया गया, केरल में मानसून एक जून को ही दस्तक देगा, जबकि दिल्ली में मॉनसून जल्दी 23 जून तक आने की उम्मीद है.
भारत में मॉनसून सीजन जून से सितंबर के बीच होता है, मॉनसून का सीधा असर देश की अर्थव्यवस्था से भी जुड़ा है और यह सीधे तौर पर अर्थव्यवस्था को प्रभावित करता है. ऐसे में मौसम विभाग की भविष्यवाणी किसानों के लिए और भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए राहत देने वाली है.
वहीं मौसम वैज्ञानिकों ने यह भी बताया कि तूफान अल नीनो का प्रभाव भी कुछ विक्षोभ के कारण कम रहने की उम्मीद है.