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बुधवार, 7 मई, 2025
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भारतीय रक्षा फर्म ने उन्नत ड्रोन कैमरा तकनीक को लेकर इजराइली कंपनी से किया समझौता

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नयी दिल्ली, तीन अप्रैल (भाषा) भारत की एक रक्षा कंपनी ने देश में उन्नत ड्रोन कैमरा प्रौद्योगिकी लाने के लिए इजराइल की एक कंपनी के साथ समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। बृहस्पतिवार को एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई।

बयान के मुताबिक, यह एमओयू पारस डिफेंस एंड स्पेस टेक्नोलॉजी और इजराइल की माइक्रोकॉन विजन के बीच हुआ है। यह कंपनी (माइक्रोकॉन विजन) कॉन्ट्रॉप और राफेल समूह का हिस्सा है।

इसमें कहा गया है कि इस एमओयू से पारस डिफेंस भारत में “काफी कम लागत” पर उन्नत ड्रोन कैमरा प्रौद्योगिकी की आपूर्ति करने वाली अकेली कंपनी के रूप में स्थापित हो जाएगी।

बयान के अनुसार, भारतीय कंपनी इन ड्रोन कैमरों और खुफिया, निगरानी एवं टोही (आईएसआर) पेलोड में स्वदेशी कल-पुर्जे लगाएगी, जिससे लागत कम होने के साथ-साथ आत्मनिर्भरता हासिल करने में भी मदद मिलेगी।

इसमें कहा गया है कि इजराइली कंपनी दो मॉडल की पेशकश करेगी, जिनकी सामान्य आयात कीमत “लगभग 20 लाख रुपये और 40 लाख रुपये प्रति इकाई” होगी।

बयान के मुताबिक, पारस डिफेंस को “प्रत्येक मॉडल की कीमत में 50-60 फीसदी की कमी की उम्मीद है”, जिससे भारतीय रक्षा बलों और वाणिज्यिक अनुप्रयोगों के लिए उन्नत निगरानी प्रौद्योगिकी अधिक सुलभ हो जाएगी।

इसमें कहा गया है, “माइक्रोकॉन ड्रोन कैमरों के लिए पारस डिफेंस की ‍विशिष्ट आपूर्तिकर्ता के रूप में काम करेगी, जिसमें आईएसआर पेलोड और इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल/इंफ्रारेड (ईओ/आईआर) सीकर शामिल हैं, जबकि पारस डिफेंस भारत में आईएसआर परिचालन के लिए माइक्रोकॉन की विशिष्ट साझेदार होगी। यह साझेदारी भारच में अपनी उपस्थिति बढ़ाने की माइक्रोकॉन की रणनीति के अनुरूप है, जहां ड्रोन की मांग में जबरदस्त वृद्धि देखी जा रही है।”

बयान में पारस डिफेंस के प्रबंध निदेशक (एमडी) मुंजाल शरद शाह के हवाले से कहा गया है, “यह साझेदारी भारत की रक्षा क्षमताएं बढ़ाने की दिशा में एक बड़ी छलांग है। हम भारत के रणनीतिक लक्ष्यों का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध हैं और इस महत्वपूर्ण प्रयास के तहत माइक्रोकॉन के साथ साझेदारी करने पर हमें गर्व है।”

बयान के अनुसार, यह एमओयू भारतीय आईएसआर पेलोड बाजार में दोनों कंपनियों की उपस्थिति बढ़ाने पर केंद्रित है।

इसमें कहा गया है कि एआई-संचालित एनालिटिक्स, हाई-रिजोल्यूशन इमेजिंग और थर्मल विजन जैसी उन्नत प्रौद्योगिकियों के एकीकरण से न सिर्फ निगरानी क्षमता बढ़ेगी, बल्कि सैन्य एवं असैन्य, दोनों क्षेत्रों में परिचालन दक्षता में सुधार होगा।

बयान में माइक्रोकॉन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) चेन अल्मोग के हवाले से कहा गया है, “माइक्रोकॉन अत्याधुनिक आईएसआर पेलोड उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है, जो रक्षा और निगरानी प्रणालियों को और मजबूत बनाएगा।”

भाषा पारुल पवनेश

पवनेश

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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