पणजी, 23 जुलाई (भाषा) रक्षा क्षेत्र की सार्वजनिक इकाई गोवा शिपयार्ड लिमिटेड ने भारतीय तटरक्षक बल के लिए बुधवार को अपने दूसरे स्वदेशी डिजाइन वाले प्रदूषण नियंत्रण पोत (पीसीवी) ‘समुद्र प्रचेत’ का जलावतरण किया। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
जीएसएल अधिकारी ने बताया कि पोत में दो भुजाएं हैं जो चलते समय तेल रिसाव को एकत्रित करने में सक्षम हैं और तेल के धब्बों का पता लगाने के लिए एक रडार भी है।
अधिकारी के अनुसार, दक्षिण गोवा के वास्को में जलावतरण समारोह के दौरान मौजूद रहे भारतीय तटरक्षक बल के महानिदेशक परमेश शिवमणि ने तटीय पर्यावरण संरक्षण और प्रदूषण प्रतिक्रिया कार्यों के लिए भारत की क्षमता को मजबूत करने में पोत के रणनीतिक महत्व पर बल दिया।
शिवमणि ने कहा कि यह पोत समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र की सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
स्वदेशी रूप से डिजाइन किया गया ‘समुद्र प्रचेत’ (यार्ड 1268) दो पीसीवी की श्रृंखला में दूसरा है। पहले, ‘समुद्र प्रताप’ (यार्ड 1267) का जलावतरण पिछले साल 29 अगस्त को किया गया था।
जीएसएल के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक ब्रजेश कुमार उपाध्याय भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने भारत की समुद्री पर्यावरणीय तैयारियों को आगे बढ़ाने में इसके महत्व को रेखांकित किया।
उपाध्याय ने यह भी कहा कि पोत में 72 प्रतिशत स्वदेशी सामग्री है, जिसे उन्होंने आत्मनिर्भर भारत के दृष्टिकोण में एक महत्वपूर्ण योगदान बताया।
जीएसएल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह पोत 114.5 मीटर लंबा और 16.5 मीटर चौड़ा है, जिसका भार 4,170 टन है। उन्होंने कहा कि इस पर 14 अधिकारी और 115 नाविक तैनात होंगे।
अधिकारी ने बताया कि पोत में दोनों तरफ भुजाएं लगी हैं जो चलते समय तेल रिसाव को एकत्रित करने में सक्षम हैं, साथ ही इसमें तेल के धब्बों का पता लगाने के लिए एक आधुनिक रडार प्रणाली भी है।
उन्होंने कहा कि पीसीवी को दूषित पानी को खींचने, प्रदूषकों का विश्लेषण और पृथक्करण करने तथा निकाले गए तेल को समर्पित टैंकों में संग्रहीत करने के लिए डिजाइन किया गया है।
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नेत्रपाल
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