पणजी, 17 अक्टूबर (भाषा) देश के समुद्री हितों की रक्षा करने और सुरक्षा खतरों के प्रति एजेंसियों की सामूहिक प्रतिक्रिया को परखने के लिए भारतीय तटरक्षक बल ने अन्य एजेंसियों के साथ समन्वय कर गोवा और महाराष्ट्र के तट पर अभ्यास किया है। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
तटरक्षक बल ने एक विज्ञप्ति में कहा कि दो दिवसीय ‘सागर कवच’ अभ्यास बुधवार को शुरू हुआ।
तटरक्षक बल, भारतीय नौसेना, सीमा शुल्क, तटीय पुलिस, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल, मुरगांव पत्तन प्राधिकरण और गोवा सरकार के मत्स्य पालन एवं बंदरगाह विभागों के साथ समन्वय में अभ्यास कर रहा है।
भारतीय तटरक्षक ने कहा, ‘‘व्यापक तटीय सुरक्षा अभ्यास का उद्देश्य हमारे देश की तटीय और समुद्री सुरक्षा को मजबूत करना और बढ़ाना है। बहु-एजेंसी अभ्यास पूरे समुद्र तट पर होता है, जिसमें कई समुद्री एजेंसियां और हितधारक शामिल होते हैं।’’
इसने कहा, ‘‘यह अभ्यास समुद्री सुरक्षा खतरों, जैसे कि घुसपैठ, तस्करी, समुद्री डकैती और प्राकृतिक आपदाओं के प्रति हमारी सामूहिक प्रतिक्रिया को परखने और कमियों को सुधारने में मदद करेगा।’’
विज्ञप्ति में कहा गया, ‘‘यह संयुक्त अभ्यास समुद्री तटों की सुरक्षा और राष्ट्र के समुद्री हितों की रक्षा के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।’’
इसमें कहा गया कि इस कवायद के दौरान, विभिन्न अभ्यास आयोजित किए जा रहे हैं, जिनमें नकली आतंकवादी के खतरे भी शामिल हैं। इससे मानक संचालन प्रक्रिया के प्रभाव को परखने में मदद मिलेगी और एजेंसियों के बीच तालमेल विकसित होगा ताकि समुद्री किनारों पर प्रभावी गश्त सुनिश्चित की जा सके और खामियों की पहचान कर घुसपैठियों को रोका जा सके।
इस अभ्यास का उद्देश्य विभिन्न हितधारकों के बीच जागरुकता पैदा करना और सूचना साझा करना है, ताकि एकीकृत तटीय सुरक्षा संचार योजना बनाई जा सके।
भाषा
खारी अविनाश
अविनाश
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