नई दिल्ली : भारतीय सेना ने चीन के दावों को पूरी तरह झुठलाते हुए कहा कि पीएलए के जवानों ने उकसावे की कार्रवाई की. सेना ने साफ कहा कि उसने लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल पार नहीं की और न ही गोलियां चलाईं.
भारतीय सेना ने यह भी कहा कि भारत कभी भी युद्ध नहीं चाहता है. हम पूरी तरह से शांति के पक्षधर रहे हैं.
Army statement on 7 September firing at LAC. pic.twitter.com/ur0hrw1OIx
— Amrita Nayak (@AmritaNayak3) September 8, 2020
भारतीय सेना ने कहा कि चीन लगातार समझौते का उल्लंघन कर रहा है और आक्रामक रवैया अपना रहा है. हालांकि, सैन्य, कूटनीतिक और राजनीतिक स्तर पर दोनों देशों के बीच बातचीत जारी है.
भारतीय सेना ने कहा, सात सितंबर को चीन के सैनिकों ने हमारी एक फॉरवर्ड पोजिशन के पास आने की कोशिश की जब भारतीय सैनिकों ने उन्हें रोका तो चीनी सैनिकों ने हवा में कुछ राउंड फायर किया ताकि भारतीय सैनिकों पर दबाव बना सकें.
भारतीय सेना ने यह भी कहा, चीन के वेस्टर्न थिएटर कमांड की तरफ से जारी किया गया बयान उनके लोगों को और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लोगों को मिसलीड करने के लिए है.
इससे पहले चीन ने आरोप लगाया है कि भारतीय सैनिकों ने एलएसी पार कर उनके सैनिकों को धमकाया है और वार्निंग शॉट्स की फायरिंग की है.
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक चीनी सरकार से संबंधित ग्लोबल टाइम्स ने दावा किया है कि भारतीय सैनिकों ने मंगलवार को पैंगांग त्सो झील के साउथ बैंक के पास एलएसी को पार किया है.
पीएलए के प्रवक्ता के मुताबिक, ‘भारतीय सैनिकों ने अवैध रूप से एलएसी को पार किया और चीनी सैनिकों पर वार्निंग शॉट्स फायर किए.’
ग्लोबल टाइम्स के मुताबिक, ‘चीनी सैन्य प्रवक्ता ने मंगलवार को घोषणा कर कहा कि भारतीय सैनिकों ने सोमवार को फिर से अवैध रूप से वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) को पार कर लिया और चीन के सीमा पर गश्त करने वाले सैनिकों पर वार्निंग शॉट्स फायर किए. चीनी सैनिकों को स्थिति को स्थिर करने के लिए जवाबी कार्रवाई करने के लिए मजबूर किया गया.’
चीनी प्रवक्ता ने कहा कि भारतीय पक्ष के इस कदम से दोनों पक्षों द्वारा गंभीर रूप से संबंधित समझौतों का उल्लंघन किया गया, जिससे क्षेत्र में तनाव बढ़ गया और ये गलतफहमी पैदा कर देगा.