नई दिल्ली : आर्मी चीफ जनरल नरवणे ने कहा कि सीमा पर तैनात भारतीय सैनिक हमेशा शांति बनाये रखते हैं, हमारी उत्तरी सीमाओं के साथ मूलभूत ढांचे का विकास की पटरी पर हैं. कोविड-19 महामारी से सैनिकों को नुकसान नहीं होगा.
जनरल नरवणे ने कहा कि पूर्वी लद्दाख और उत्तरी सिक्किम में हुई घटनाओं का कारण चीनी और भारतीय सैनिकों का आक्रामक व्यवहार है, जिसके परिणामस्वरूप दोनों पक्षों के जवानों को मामूली चोटें आई हैं. उन्होंने कहा कि दोनों पक्षों ने बातचीत के जरिए इस विवाद का निपटारा कर लिया था.
There were two incidents at Eastern Ladakh and North Sikkim where aggressive behaviour by both sides resulted in minor injuries to troops post which both sides disengaged after dialogue and interaction at local level: Army Chief General Manoj Mukund Naravane https://t.co/Y4srINkmIV
— ANI (@ANI) May 14, 2020
उन्होंने एक बार फिर दोहराते हुए कहा कि ये दोनों घटनाएं न तो एक-दूसरे से संबंधित हैं और न ही इनका अन्य वैश्विक या स्थानीय गतिविधियों से कोई संबंध है.
जनरल नरवणे ने कहा कि एलएसी की धारणा में अंतर इस झड़प का प्रमुख कारण है. सीमा की निगरानी करने वाले सैनिकों के बीच अस्थायी और कम समय के लिए झड़प होती है, जो सीमाओं के संरेखण की अलग-अलग धारणाओं के कारण होते हैं, ये जल्दी हल नहीं होते हैं.
सेनाध्यक्ष ने कहा, ‘हमारा सीमा सड़क संगठन कोविड-19 महामारी के दौरान भी बिना थके काम कर रहा है ताकि दूर दराज के क्षेत्रों को जोड़ा जा सके. इससे उन क्षेत्रों में रहने वाले आम नागरिकों का एक-दूसरे से संपर्क बना रहे और क्षेत्र में तेजी से विकास की सुविधा पहुंचाई जा सके.’
Our Border Roads Organisation continues to work tirelessly even during #COVID pandemic to connect far flung areas so that our civil brethren living in those locations are connected and facilitate faster development to the region: Army Chief General Manoj Mukund Naravane https://t.co/poZM9J40Nj
— ANI (@ANI) May 14, 2020
सेनाध्यक्ष जनरल नरवणे का कहना है कि भारतीय सीमा पर तैनात जवान हमेशा सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति और एकता बनाए रखते हैं. हमारे बलों के पॉश्चर को कोविड-19 महामारी से नुकसान नहीं होगा.