नई दिल्ली: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के राज्य के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ बैठक कर कोरोनावायरस महामारी से निपटने के कदमों की जानकारी दी है. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि हम दूसरे देशों के साथ मिलकर कोविड-19 की वैक्सीन बनाने की कोशिश कर रहे हैं. जब तक वैक्सीन उपलब्ध होगी तब तक सोशल डिस्टेंसिंग और लॉकडाउन देश के लिए सबसे बड़ी सोशल वैक्सीन है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने शुक्रवार को कोविड-19 प्रबंधन पर कार्रवाई की समीक्षा करने के लिए निर्वाण भवन से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से राज्य के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ एक बैठक की अध्यक्षता की. केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री, अश्विनी कुमार चौबे भी बैठक में उपस्थित थे. दोनों मंत्रियों ने कोविड-19 रोगियों के इलाज के लिए राज्यों के अस्पतालों द्वारा किए गए प्रबंधों का संज्ञान लिया और वायरस फैलने से उत्पन्न चुनौतियों के लिए तैयारियां कीं.
#Covid_19 टेस्टिंग लैब बढ़े !
मैंने बताया कि हमने पुणे में एक लैब से कोरोना टेस्टिंग की शुरुआत करी थी जबकि इस समय 200 से भी ज्यादा Labs में इस महामारी की जांच हो रही है।
इसके अतिरिक्त देश भर में करीब 16000 कलेक्शन सेंटर भी कार्यरत हैं।@indfoundation #BreakfastBriefing pic.twitter.com/5qRHNwlGTY— Dr Harsh Vardhan (@drharshvardhan) April 10, 2020
कोरोनावायरस के प्रकोप के कारण रक्तदान में कमी को लेकर उन्होंने कहा कि कोविड 19 के कारण रक्तदान में कमी आई है, हमने निर्णय लिया है कि रक्तदान को बढ़ावा देने के लिए जहां-जहां संभव हो रक्तदान करने वालों से ब्लड हम उनके घर पर लें या उनको घर से सुविधा प्रदान करके उनको बुलाकर रक्तदान करने के लिए प्रेरित करें.