scorecardresearch
Sunday, 22 December, 2024
होमदेशविश्वकप सेमीफाइनल: क्या रोहित शर्मा के कहर से बच पाएंगे न्यूज़ीलैंड के गेंदबाज?

विश्वकप सेमीफाइनल: क्या रोहित शर्मा के कहर से बच पाएंगे न्यूज़ीलैंड के गेंदबाज?

विश्व कप में रोहित शर्मा के पांच में से चार शतकों का एक दिलचस्प संयोग है. चार शतक ऐसे हैं जब शुरुआती ओवरों में रोहित शर्मा का कैच छूटा जिसे उन्होंने शतक में तब्दील किया.

Text Size:

पिछले कुछ सालों से एक विज्ञापन बड़ा लोकप्रिय हुआ. विज्ञापन की टैगलाइन थी- कहीं शर्मा जी का बेटा दो सौ ना कर दे. अब शर्मा जी का बेटा तीन बार दो सौ कर चुका है. बड़ी बात ये है कि इस विश्व कप में वो अलग ही ज़ोन में हैं. ये भी कह सकते हैं कि वो अपने करियर के बेहतरीन दौर में है. लेकिन अभी उनका काम पूरा नहीं हुआ है. वो खुद भी ये बात जानते हैं. उन्होंने कहा भी है कि ‘वो विश्व कप में रिकॉर्ड तोड़ने नहीं बल्कि ट्रॉफी उठाने के लिए आए हैं.’

विराट कोहली लगातार ये कह रहे हैं कि वो दुआ करेंगे कि रोहित शर्मा दो शतक और करें और भारत ये विश्वकप जीते. रोहित शर्मा की अगली चुनौती न्यूज़ीलैंड के गेंदबाज हैं. बड़ा सवाल ये है कि इस विश्व कप में रोहित शर्मा बिल्कुल अलग अंदाज में क्यों दिख रहे हैं. आप सोच कर देखिए 44 साल के विश्व कप के इतिहास में 12 विश्व कप खेले जा चुके हैं और अब तक दुनिया का कोई भी बल्लेबाज जो कारनामा नहीं कर पाया है वो कारनामा रोहित शर्मा ने कर दिया है.

रोहित शर्मा इस विश्व कप में 5 शतक लगा चुके हैं. जो एक विश्व रिकॉर्ड है. इससे पहले एक विश्वकप में 4 शतक का रिकॉर्ड श्रीलंका के कुमार संगाकारा के नाम था. जिन्होंने ये कारनामा 2015 विश्व कप में किया था. ऑस्ट्रेलिया के मार्क वॉ और मैथ्यू हेडन के अलावा पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने भी एक विश्व कप में 3-3 शतक लगाने का कारनामा किया है. लेकिन रोहित शर्मा इन सबसे काफी आगे निकल गए हैं.


यह भी पढ़ें: क्रिकेट विश्वकप: सेमीफाइनल मुकाबला यूं तो है आसान पर रखना होगा कुछ बातों का ध्यान


इस विश्व रिकॉर्ड को कायम करने के साथ साथ रोहित शर्मा ने एक और बड़ा रिकॉर्ड अपने नाम किया, वो अब विश्व कप के इतिहास में सबसे ज्यादा शतक लगाने वाले बल्लेबाजों के मामले में सचिन तेंडुलकर की बराबरी कर चुके हैं. सचिन तेंडुलकर और रोहित शर्मा के खाते में अब 6-6 विश्व कप शतक हैं.

ऑस्ट्रेलियाई कप्तान रिकी पॉन्टिंग और श्रीलंका के कुमार संगाकारा ने विश्व कप इतिहास में 5-5 शतक लगाए हैं. यानि रोहित शर्मा एक और बड़े रिकॉर्ड को तोड़ने के करीब हैं.

हैरान करने वाले हैं रोहित शर्मा के रिकॉर्ड्स

रोहित शर्मा ने इस विश्व कप के पहले मैच में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ नॉट आउट 122 रनों के साथ अपने सफर की शुरूआत की. इसके बाद उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ 140 रनों की पारी खेली. पिछले तीन मैचों में वो इंग्लैंड के खिलाफ 102, बांग्लादेश के खिलाफ 104 और श्रीलंका के खिलाफ 103 रनों की पारी खेल चुके हैं. इसके अलावा रोहित शर्मा इस वक्त विश्व कप 2019 में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाजों की फेहरिस्त में पहली पायदान पर हैं.


यह भी पढ़ें: विश्व कप सेमीफाइनल : न्यूजीलैड से आज भिड़ेगा भारत, विश्वकप हमारा हो इसके लिए पूजा-अर्चना में जुटे फैंस


रोहित शर्मा के इस विश्व कप के 8 मैचों में 647 रन हैं. उनकी औसत 92.42 की है. स्ट्राइक रेट 98.77 की है. रोहित शर्मा 67 चौके और 14 छक्के लगा चुके हैं. दिलचस्प बात ये है कि न्यूज़ीलैंड के खिलाफ अगर रोहित शर्मा 26 रन और बना लेते हैं तो वो विश्व कप के इतिहास में सबसे ज्यादा 673 रनों के सचिन तेंडुलकर के रिकॉर्ड को भी तोड़ देंगे.

शुरुआती ओवरों में रहना होगा सावधान

इस विश्व कप में रोहित शर्मा के पांच में से चार शतकों का एक दिलचस्प संयोग है. चार शतक ऐसे हैं जब शुरुआती ओवरों में रोहित शर्मा का कैच छूटा जिसे उन्होंने शतक में तब्दील किया. यानी शुरुआती ओवरों में रोहित शर्मा को थोड़ा सतर्क रहने की जरूरत है.

न्यूज़ीलैंड की टीम के गेंदबाजों का सामना टीम इंडिया ने इस विश्व कप में किया भी नहीं है. क्योंकि बारिश की वजह से इन दोनों टीमों का मैच रद्द हो गया था. जाहिर है सेमीफाइनल में पहली बार रोहित शर्मा न्यूज़ीलैंड के गेंदबाजों के सामने होंगे.

कीवी गेंदबाजों ने रोहित शर्मा के खिलाफ रणनीति भी तैयार की होगी. ओल्ड ट्रैफर्ड का मैदान और मैनचेस्टर का मौसम भी इशारा कर रहा है कि शुरूआती ओवरों में तेज गेंदबाजों के खिलाफ थोड़ी सावधानी बरतने में ही बुद्धिमानी है. लॉकी फर्ग्यूसन और ट्रेंट बोल्ट के शुरुआती ओवर अगर सावधानी से निकल गए तो फिर रोहित शर्मा को रोकना कीवियों के वश में नहीं है.

रोहित इस बात 2011 विश्व कप को मिस करने के मलाल को दूर करने के लक्ष्य से मैदान में उतर रहे हैं. और हां, 1983 में जब भारत ने विश्व कप जीता था तब भी सेमीफाइनल मैनचेस्टर में ही हुआ था. जिसमें भारत ने इंग्लैंड को हराया था.

(शिवेंद्र कुमार सिंह खेल पत्रकार हैं. पिछले करीब दो दशक में उन्होंने विश्व कप से लेकर ओलंपिक तक कवर किया है. फिलहाल स्वतंत्र लेखन करते हैं.)

share & View comments