नयी दिल्ली, 28 फरवरी (भाषा) राष्ट्रीय राजधानी में बुधवार को आयोजित भारत-अमेरिका आंतरिक सुरक्षा संवाद में आंतरिक सुरक्षा क्षेत्र में सहयोग, खुफिया जानकारी साझा करने और अमेरिका में खालिस्तान समर्थक तत्वों की गतिविधियों पर चर्चा की गई।
भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने किया, वहीं अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व अमेरिका के गृह सुरक्षा विभाग के उनके समकक्ष ने किया।
सूत्रों ने कहा कि बैठक में दोनों देशों की कानून प्रवर्तन एजेंसियों के बीच सहयोग के साथ ही ऑनलाइन मंचों से फैलाए जा रहे चरमपंथ, साइबर हमलों और डिजिटल धोखाधड़ी से संबंधित मामलों पर खुफिया जानकारी साझा करने पर भी चर्चा हुई।
उनके अनुसार, माना जाता है कि भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने अमेरिका की धरती पर खालिस्तान समर्थक तत्वों की गतिविधियों और भारत में अलगाववादी तत्वों को उनके सक्रिय समर्थन तथा वित्तीय मदद का मुद्दा भी उठाया।
यह बैठक शीर्ष खालिस्तानी अलगाववादी एवं अमेरिकी नागरिक गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या के कथित प्रयास को लेकर उत्पन्न विवाद की पृष्ठभूमि में हुई।
सूत्रों के अनुसार, अमेरिका जहां इस मामले में जवाबदेही की मांग करता रहा है, वहीं भारत जुलाई 2023 में सैन फ्रांसिस्को में भारतीय वाणिज्य दूतावास पर हुए हमले में शामिल खालिस्तान समर्थक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहा है।
राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने ऐसे 50 से अधिक खालिस्तान समर्थक लोगों की पहचान की है जिन्होंने सैन फ्रांसिस्को में भारतीय वाणिज्य दूतावास पर हमला किया था।
भारत मुंबई आतंकी हमलों के आरोपी तहव्वुर हुसैन राणा के प्रत्यर्पण पर भी जोर दे रहा है। अमेरिका की एक अदालत प्रत्यर्पण के खिलाफ राणा की अपील को खारिज कर चुकी है।
सूत्रों ने कहा कि आतंकवाद पर नियंत्रण, साइबर सुरक्षा, सीमा पार से अवैध आव्रजन, प्रत्यर्पण, विमानन सुरक्षा, समुद्री सुरक्षा में सहयोग जैसे अन्य मुद्दों पर भी बैठक में चर्चा हुई।
पिछला भारत-अमेरिका आंतरिक सुरक्षा संवाद जनवरी 2022 में आयोजित हुआ था।
भाषा नेत्रपाल धीरज
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