नयी दिल्ली, आठ अप्रैल (भाषा) भारत ‘इमर्सिव’ गेमिंग वातावरण के संबंध में उच्च तकनीक विकसित करने के लिए अपनी डिजिटल गेमिंग अनुसंधान पहल शुरू करने को तैयार है, जिसका उद्देश्य भारतीय संस्कृति को बढ़ावा देना और उसे लोकप्रिय बनाना है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी।
विज्ञान एवं अभियांत्रिकी अनुसंधान बोर्ड (एसईआरबी) डिजिटल गेमिंग रिसर्च इनिशिएटिव के तीन खंड होंगे – लर्निंग एंड लीशर गेमिंग प्लेटफॉर्म में आर एंड डी, सहयोगात्मक तकनीकी डिजाइन प्रक्रिया: एसईआरबी गेम लैब्स और भारतीय संस्कृति और मूल्यों पर ध्यान देने के साथ इमर्सिव गेम प्रोटोटाइप।
एसईआरबी सचिव संदीप वर्मा ने ट्विटर पर कहा कि खिलाड़ी व समुदाय केंद्रित खेलों में भारतीय गेम इंजनों, प्रक्रियात्क सामग्री उत्पादकों, डिजाइन पेटेंट/कॉपीराइट को तेजी से बदलती उन्नत शोध व विकास परिकल्पनाओं के लिहाज से तैयार करने के लिये शिक्षा, स्टार्ट-अप और उद्योगों को जोड़ा जाएगा।
वर्मा ने कहा कि डिजिटल गेम और सिमुलेशन (सतत तंत्र) अनुसंधान और अनुवाद के लिए रोमांचक विज्ञान एवं प्रौद्योगिकीय समस्याएं पेश करते हैं जिससे वैश्विक स्तर पर महत्वपूर्ण व्यावसायिक संभावनाएं पैदा होती हैं।
उन्होंने कहा कि नवाचार में इंजीनियरिंग, कंप्यूटर विज्ञान, दृश्य ग्राफिक्स, ललित कला और सामाजिक विज्ञान में एक दूसरे से संबंधित अनुसंधान शामिल होगा।
भाषा
प्रशांत नरेश
नरेश
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.