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नयी दिल्ली, चार जून (भाषा) भारत तथा ऑस्ट्रेलिया ने बुधवार को अपने रणनीतिक संबंधों को और बढ़ाने का संकल्प लिया। इसके साथ ही रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बर्बर पहलगाम आतंकी हमले पर नयी दिल्ली की ठोस जवाबी कार्रवाई के प्रति ऑस्ट्रेलिया के स्पष्ट समर्थन की सराहना की।
सिंह ने अपने ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष रिचर्ड मार्लेस के साथ द्विपक्षीय रक्षा सहयोग के विभिन्न पहलुओं तथा पाकिस्तान से लगती अपनी सीमा पर भारत की ‘‘गंभीर चुनौतियों’’ पर व्यापक चर्चा की।
ऑस्ट्रेलिया में पिछले महीने संसदीय चुनाव में लेबर पार्टी की जीत के बाद प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज के दूसरी बार सत्ता में बने रहने के बाद मार्लेस भारत की यात्रा करने वाले पहले वरिष्ठ ऑस्ट्रेलियाई मंत्री हैं।
मार्लेस की नयी दिल्ली यात्रा भारत-ऑस्ट्रेलिया व्यापक रणनीतिक साझेदारी की पांचवीं वर्षगांठ के अवसर पर हो रही है। इस साझेदारी से दोनों देशों के बीच विशेष रूप से समुद्री क्षेत्र में रक्षा संबंधों को और अधिक मजबूत बनाने में मदद मिली है।
बैठक के बाद सिंह ने पहलगाम में आतंकी हमले के खिलाफ भारत की मजबूत जवाबी कार्रवाई के प्रति स्पष्ट समर्थन को लेकर ऑस्ट्रेलिया को धन्यवाद दिया।
रक्षा मंत्री ने कहा कि उन्होंने और मार्लेस ने इस अत्यंत सार्थक यात्रा के दौरान भारत-ऑस्ट्रेलिया रक्षा साझेदारी की विस्तृत समीक्षा की।
ऑस्ट्रेलिया के उपप्रधानमंत्री मार्लेस दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया के चार देशों की यात्रा के तहत भारत आए हैं।
समझा जाता है कि वार्ता के प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में से एक हिंद-प्रशांत क्षेत्र में द्विपक्षीय रक्षा संबंधों को मजबूत करना था। यह एक ऐसा क्षेत्र है जिसमें चीनी सैन्य ताकत में वृद्धि देखी गई है।
टेलीविजन पर प्रसारित टिप्पणियों में सिंह ने द्विपक्षीय रक्षा संबंधों में ‘‘महत्वपूर्ण मील के पत्थर’ हासिल करने का उल्लेख किया तथा उसे और आगे ले जाने के लिए ‘‘नए जोश’’ के साथ काम करने की उम्मीद जताई।
सिंह ने भारत की पश्चिमी सीमा पर ‘‘अत्यधिक चुनौतियां’’ पेश आने का जिक्र किया। उनका इशारा पाकिस्तान समर्थित सीमा पार आतंकवाद की ओर था।
मार्लेस ने कहा कि भारत के साथ ऑस्ट्रेलिया का संबंध ‘‘सर्वोच्च प्राथमिकता वाला’’ है।
उन्होंने पहलगाम हमले पर भारत के साथ एकजुटता प्रकट करने से संबंधित ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज के संदेश से भी अवगत कराया।
मार्लेस ने कहा, ‘‘हम यह स्पष्ट करना चाहते हैं कि आतंकवाद से लड़ने में ऑस्ट्रेलिया भारत और सभी देशों के साथ खड़ा है।’’
ऑस्ट्रेलियाई उपप्रधानमंत्री ने भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य संघर्ष रुकने का भी स्वागत किया।
भाषा राजकुमार नेत्रपाल
नेत्रपाल
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