नयी दिल्ली, 15 जून (भाषा) कई देशों के नीति निर्माता, राजनयिक और उद्योग जगत के नेता 25 जून को भारत अंतरिक्ष कांग्रेस (आईएससी) के चौथे संस्करण के लिए यहां एकत्र होंगे और देश में उभरते लेकिन तेजी से बढ़ते निजी अंतरिक्ष क्षेत्र की प्रगति और चुनौतियों पर विचार-विमर्श करेंगे।
आयोजकों ने बताया कि सैटकॉम इंडस्ट्री एसोसिएशन-इंडिया द्वारा आयोजित तीन दिवसीय कार्यक्रम में इटली, नॉर्वे, ऑस्ट्रेलिया और हंगरी सहित 40 देशों के भाग लेने की संभावना है।
एसआईए-इंडिया के महानिदेशक अनिल प्रकाश ने एक बयान में कहा, ‘‘आईएससी 2025 संस्थागत निवेशकों, सॉवरेन वेल्थ फंड और निजी इक्विटी फर्म को एक साथ लाने के मंच के रूप में काम करेगा, जो भारत की विस्तारित अंतरिक्ष अर्थव्यवस्था का लाभ उठाने के इच्छुक हैं। अंतरिक्ष अर्थव्यवस्था के 2033 तक 44 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है।’’
तीन दिवसीय सम्मेलन का विषय है ‘अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी में अग्रणी नवाचार: वैश्विक साझेदारी की ओर भारत की यात्रा।’
प्रकाश ने कहा कि विशेष अमेरिका-भारत गोलमेज सम्मेलन में उभरते अवसरों के माध्यम से नवाचार और सहयोग में तेजी लाने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा, ताकि साझा समृद्धि के लिए ‘ग्लोबल साउथ’ में पृथ्वी अवलोकन समाधान का विस्तार करने में भारत की प्रगति का आकलन किया जा सके जिससे अंतरराष्ट्रीय सहयोग को और मजबूती मिलेगी।
‘ग्लोबल साउथ’ का संदर्भ आर्थिक रूप से कम संपन्न देशों के लिए दिया जाता है।
एसआईए-इंडिया के अध्यक्ष सुब्बाराव पवुलुरी ने कहा, ‘‘विशेष रूप से वर्तमान भू-राजनीतिक चुनौतियों के मद्देनजर, चर्चा में रक्षा सत्रों और भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारे (आईएमईसी) में भारत के अंतरिक्ष योगदान पर भी प्रकाश डाला जाएगा।’’
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