मुंबई, 15 मई (भाषा) फ्रांस में आयोजित 78वें कान फिल्म महोत्सव में बुधवार को भारत मंडप का उद्घाटन किया गया।
उद्घाटन समारोह में आईएफएफआई और एनएफडीसी महोत्सव के निदेशक शेखर कपूर, वरिष्ठ अभिनेता अनुपम खेर और पेरिस क्षेत्र की निर्वाचित अधिकारी, दूत और राजनयिक संबंधों के लिए विशेष प्रतिनिधि ऐनी-लुईस मेसाडियू उपस्थित थे।
अपने उद्घाटन भाषण में कपूर ने सिनेमा की परिवर्तनकारी शक्ति और विश्व मंच पर एक रचनात्मक महाशक्ति के रूप में भारत की उभरती भूमिका पर प्रकाश डाला।
उन्होंने कहा कि कहानी सुनाने की कला सिर्फ एक कला नहीं है, बल्कि यह दूसरों को यह सिखाने की कला है कि वे आपकी कहानियां कैसे सुनें।
कपूर ने कहा, “और इसीलिए फिल्म महोत्सव महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि हम सभी दुनिया भर से यहां आते हैं और हम एक-दूसरे को अपनी कहानियां सुनाते हैं। इसीलिए हमें फिल्म महोत्सव आयोजित करते रहना चाहिए…।”
उन्होंने कपूर ने कहा, “अगर हम अपनी संस्कृतियों व कहानियों को साझा करेंगे ये तभी बचेंगी….।”
कान महोत्सव में अपनी फिल्म ‘तन्वी द ग्रेट’ पेश कर रहे खेर ने भारतीय सिनेमा की यात्रा और वैश्विक स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व करने के अपने व्यक्तिगत अनुभवों पर विचार व्यक्त किए।
सत्तर वर्षीय अभिनेता ने कहा, ‘मैं अपने देश से आठ साल छोटा हूं और हम दोनों एक साथ बड़े हुए हैं। हमने वाकई बहुत अच्छा काम किया है। यह कान में मेरा पहला मौका है, मैं ‘सिनेमा के महाकुंभ’ में आकर बहुत खुश हूं।’
भाषा नोमान सुरेश
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