नई दिल्ली : भारतीय सेना ने रविवार को पाकिस्तानी सेना को उसके मृत सैनिकों के शव ले जाने का प्रस्ताव दिया है. ये सैनिक जम्मू एवं कश्मीर में घुसपैठ करने के प्रयास के दौरान मारे गए थे. भारतीय सेना के सूत्रों ने कहा, ‘पाकिस्तानी सेना को सफेद झंडा लेकर आने और भारतीय सीमा में मारे गए पाकिस्तानी सैनिकों के शव उनके अंतिम संस्कार के लिए ले जाने का प्रस्ताव दिया गया है.’
सूत्रों ने कहा कि पाकिस्तान ने अभी इस प्रस्ताव पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.
यह घटना 31 जुलाई और एक अगस्त की रात में केरन सेक्टर की है जब पाकिस्तान बॉर्डर एक्शन की एक टीम (बैट) ने भारत में घुसपैठ करने की कोशिश की थी. सूत्रों ने शनिवार को कहा कि पांच से सात आतंकवादी और संभवत: एसएसजी कर्मी मारे गए थे. चार शव नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर अभी भी खुले में पड़े हैं.
पिछले एक सप्ताह में राज्य में एलओसी पर अशांति फैलाने के लिए संघर्ष विराम के उल्लंघन के साथ-साथ घुसपैठ और बैट की कोशिशों के मामले बढ़ गए हैं. इन घटनाओं के बाद अमरनाथ यात्रा को दो सप्ताह पहले ही रोक दिया गया और श्रद्धालुओं तथा पर्यटकों को घाटी से जाने का निर्देश दिया गया है. इसके लिए गृह विभाग ने बकायदा एडवाइजरी जारी की है जिसको लेकर काफी केंद्र सरकार और जम्मू-कश्मीर के विपक्षी नेताओं के बीच काफी बयानबाजी हुई.
पीओके में पुराने तालिबानी जैश में शामिल, घुसपैठ नाकाम करने में जुटे भारतीय सैनिक
स्वतंत्रता दिवस समारोह करीब आते ही नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पार अपने लांच पैडों के चारों तरफ फैला पाकिस्तानी स्थित आतंकी गुट जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) और लश्कर-ए-तैयबा (एलटीई) के आत्मघाती दस्तों का बड़ा समूह घाटी में घुसपैठ करके जम्मू-कश्मीर में फिदायीन हमले को अंजाम देने की ताक में है. यह खुलासा खुफिया ब्यूरो के उच्च सूत्रों ने किया है.
पिछले दो सप्ताह से एलओसी पर सीमापार से गोलाबारी के बीच कथित तौर पर आत्मघाती दस्तों के छोटे-छोटे समूहों ने दक्षिण कश्मीर के ऊंचाई वाले इलाकों में घुसपैठ की है.
सूत्रों ने बताया कि काफी समय के बाद परिष्कृत हथियारों से लैस पुराने तालिबानी सिपाही एलओसी के करीब पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में जेईएम में शामिल हुए हैं और वे भारतीय ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश में हैं. सेना द्वारा प्रशिक्षित फिदायीन की घाटी में घुसपैठ से नई दिल्ली में शीर्ष सुरक्षा संगठन में खतरे की घंटी बज चुकी है.
जमीनी हालात की समीक्षा के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल और शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों का एक दल पिछले सप्ताह कूच किया.
एनएसए की समीक्षा रिपोर्ट पर केंद्र सरकार ने श्रीनगर समेत घाटी में अर्धसौनिक बलों की अतिरिक्त तैनाती की है.