नई दिल्ली: भारत ने मंगलवार को घोषणा की कि वह सहायता अनुदान के तहत बुधवार से भूटान, मालदीव, बांग्लादेश, नेपाल, म्यांमा और सेशेल्स को कोविड-19 के टीके की आपूर्ति करेगा. और बुधवार की सुबह भुटान के लिए पहली दवाई की खेप रवाना भी कर दी गई.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा भारत ने कोविड वैक्सीन की सप्लाई शुरू कर दी है और शुरुआत अपने पड़ोसी देशों और सहयोगी देशों से कर रहा है.
बता दें कि मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा था कि भारत वैश्विक समुदाय की स्वास्थ्य सेवा जरूरतों को पूरा करने के लिये ‘भरोसेमंद’ सहयोगी बनकर काफी सम्मानित महसूस कर रहा है और बुधवार से टीकों की आपूर्ति शुरू होगी तथा आने वाले दिनों और काफी कुछ होगा .
गौरतलब है कि भारत दुनिया के सबसे बड़े दवा उत्पादक देशों में से एक है और कोरोनावायरस का टीका खरीदने के लिये काफी देशों ने सम्पर्क किया है .
विदेश मंत्रालय ने कहा कि घरेलू जरूरतों को ध्यान में रखते हुए भारत आगामी हफ्ते, महीने में चरणबद्ध तरीके से सहयोगी देशों को कोविड-19 टीकों की आपूर्ति करेगा .
मंत्रालय के बयान के अनुसार, भारत इस संबंध में श्रीलंका, अफगानिस्तान और मारिशस से टीके की आपूर्ति के लिये जरूरी नियामक मंजूरी की पुष्टि की प्रतीक्षा कर रहा है .
इसमें कहा गया है कि भारत को महत्वपूर्ण सहयोगी देशों और पड़ोसियों से भारत निर्मित टीके की आपूर्ति के लिये कई अनुरोध प्राप्त हुए हैं .
मंत्रालय ने कहा, ‘ इन अनुरोधों की प्रतिक्रिया और कोविड महामारी के खिलाफ मानवता की लड़ाई में सभी की मदद और भारत के टीके के उत्पादन एवं आपूर्ति की प्रतिबद्धता को ध्यान में रखते हुए 20 जनवरी से भूटान, मालदीव, बांग्लादेश, नेपाल, म्यांमा, सेशेल्स को आपूर्ति शुरू की जायेगी.’ बयान के अनुसार, श्रीलंका, अफगानिस्तान, मॉरीशस के संबंध में जरूरी नियामकीय मंजूरी का इंतजार है .
गौरतलब है कि भारत ने देशभर में अग्रिम मोर्चे पर तैनात स्वास्थ्य कर्मियों को दो टीके कोविशील्ड और कोवैक्सीन लगाने के लिये व्यापक टीकाकरण अभियान शुरू किया है . आक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनिका कोविशील्ड टीके का उत्पादन सीरम इंस्टीट्यूट कर रहा है जबकि कोवैक्सीन का उत्पादन भारत बायोटेक कर रहा है .
वहीं, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ट्वीट किया, ‘ भारत ने मानवता के लिये टीका देने की प्रतिबद्धता पूरी की है . हमारे पड़ोसी देशों को 20 जनवरी से टीके की आपूर्ति शुरू हो जायेगी . कोविड की चुनौतियों से निपटने के लिये फार्मेसी की आपूर्ति होगी . ’
समझा जाता है कि पाकिस्तान ने अभी तक इसके लिए भारत से सम्पर्क नहीं किया है . वहीं, विदेश मंत्रालय ने कहा कि टीके की आपूर्ति से पहले 19-20 जनवरी को प्रशासनिक एवं परिचालन संबंधी आयामों को शामिल करते हुए एक प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है जो प्राप्तकर्ता देशों के टीकाकरण प्रबंधकों, कोल्ड चेन अधिकारियों, संवाद अधिकारियों, डाटा प्रबंधकों के लिये होगा .
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