नई दिल्ली: भारत के नवीनतम भू-पर्यवेक्षण उपग्रह ईओएस-01 और नौ अन्य उपग्रहों को पीएसएलवी-सी49 ने शनिवार को यहां सफलतापूर्वक प्रक्षेपित किया.
ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (पीएसएलवी-सी49/ईओएस-01) ने 26 घंटों की उल्टी गिनती के बाद अपराह्न तीन बजकर 12 मिनट पर यहां सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से उड़ान भरी. प्रक्षेपण के करीब 20 मिनट बाद यान ने सभी उपग्रहों को एक-एक कर कक्षा में सफलतापूर्वक स्थापित कर दिया.
#ISRO #PSLVC49/#EOS01 Mission Accomplished. Thanks for your support !!!.
For details visit: https://t.co/WCSRAt55LY pic.twitter.com/744hssNr3z— ISRO (@isro) November 7, 2020
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस मौके पर इसरो और भारतीय स्पेस इंडस्ट्री को बधाई दी. उन्होंने कहा कि कोविड जैसे समय में हमारे वैज्ञानिकों ने तय समय में काम पूरा करने के लिए कई मुश्किलों को पार किया.
I congratulate @ISRO and India's space industry for the successful launch of PSLV-C49/EOS-01 Mission today. In the time of COVID-19, our scientists overcame many constraints to meet the deadline.
— Narendra Modi (@narendramodi) November 7, 2020
इसरो प्रमुख के सीवन ने कहा, ‘यह मिशन इसरो के लिए काफी स्पेशल है. स्पेस से जुड़े कामों को ‘वर्क फ्राम होम’ से नहीं किया जा सकता. हर एक इंजीनियर को लैब में होना पड़ता है. जब हम ऐसे मिशन की बात करते हैं तब सभी टैक्निशियन और कर्मचारियों को साथ मिलकर काम करना पड़ता है.’
इसरो ने कहा कि प्रक्षेपण का समय पहले तीन बजकर दो मिनट तय किया गया था लेकिन यान के मार्ग में मलबा होने की वजह से इसमें 10 मिनट की देरी की गई.
यह इस साल भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) का पहला मिशन है.
इसरो ने कहा कि ईओएस-01 से कृषि, वानिकी और आपदा प्रबंधन में मदद मिलेगी.
ग्राहकों की बात करें तो इनमें लिथुआनिया (1), लक्जमबर्ग (4) और अमेरिका (चार) के उपग्रह शामिल थे.
(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)
यह भी पढ़ें: प्रदूषण, त्योहार, सर्दियों की शुरुआत- कोरोना की ‘तीसरी लहर’ क्यों झेल रही है दिल्ली