नयी दिल्ली, 13 अगस्त (भाषा)भारत और इजराइल ने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान-मद्रास (आईआईटी-मद्रास) में एक नए जल प्रौद्योगिकी केंद्र की स्थापना के लिए समझौता किया है। केंद्र द्वारा सभी के लिए सतत जल आपूर्ति प्राप्त करने के भारत के प्रयासों में ‘प्रमुख योगदानकर्ता’ के रूप में कार्य करने की उम्मीद है।
भारत स्थित इजराइल दूतावास ने एक बयान में इस समझौते को एकीकृत जल संसाधन प्रबंधन के क्षेत्र में दोनों देशों के बीच चल रहे सहयोग में एक ‘‘महत्वपूर्ण मील का पत्थर’’ बताया।
प्रतिष्ठित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, मद्रास में जल प्रौद्योगिकी केंद्र स्थापित करने के लिए एक संयुक्त आशय पत्र पर हस्ताक्षर किए गए।
बयान के मुताबिक, ‘‘इजरायल दूतावास, आईआईटी मद्रास और आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय के अमृत मिशन द्वारा हस्ताक्षरित यह त्रिपक्षीय समझौता भारत में जल प्रबंधन की महत्वपूर्ण चुनौतियों से निपटने के लिए साझा प्रतिबद्धता को दर्शाता है।’’
जल प्रौद्योगिकी केंद्र का लक्ष्य जल प्रौद्योगिकियों में नवाचार, अनुसंधान और क्षमता निर्माण का केंद्र बनना है, विशेष रूप से शहरी जल आपूर्ति के लिए टिकाऊ समाधानों पर ध्यान केंद्रित करने की दिशा में।
भाषा धीरज माधव
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