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Sunday, 24 August, 2025
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भारत आज दुनिया को धीमी विकास दर से बाहर निकालने की स्थिति में है: प्रधानमंत्री मोदी

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(फोटो के साथ)

नयी दिल्ली, 23 अगस्त (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कहा कि ‘‘सुधार, प्रदर्शन और परिवर्तन’’ के मंत्र से प्रेरित होकर भारत दुनिया को धीमी विकास दर से बाहर निकालने में मदद करने की स्थिति में है।

‘इकोनॉमिक टाइम्स वर्ल्ड लीडर्स फोरम’ को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि भारत जल्द ही दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा और 2047 तक विकसित राष्ट्र बनने की राह पर है।

मोदी ने कहा कि सुधार उनकी सरकार के लिए प्रतिबद्धता और दृढ़ विश्वास का विषय है। उन्होंने कहा कि अगली पीढ़ी की वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) सुधार प्रक्रिया, जो कानून को सरल बनाने का प्रयास करती है, इस दिवाली से पहले पूरी हो जाएगी, जिससे कीमतें कम हो जाएंगी।

प्रधानमंत्री ने निजी क्षेत्र से स्वच्छ ऊर्जा, क्वांटम प्रौद्योगिकी, बैटरी भंडारण, उन्नत सामग्री और जैव प्रौद्योगिकी सहित विभिन्न क्षेत्रों में अनुसंधान एवं विकास में निवेश बढ़ाने का आग्रह किया।

उन्होंने कहा, ‘‘जो हासिल हो चुका है, उससे संतुष्ट होना मेरे स्वभाव में नहीं है। यही दृष्टिकोण हमारे सुधारों का मार्गदर्शन करता है।’’

मोदी ने कहा, ‘‘हमारे लिए सुधार कोई मजबूरी नहीं है बल्कि यह प्रतिबद्धता और दृढ़ विश्वास का विषय है।’’

प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार व्यापक नये सुधार लाने जा रही है।

उन्होंने कहा, ‘‘अगली पीढ़ी के इन सुधारों से भारत में विनिर्माण बढ़ेगा, बाजार में मांग बढ़ेगी, उद्योग को नयी गति मिलेगी, रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे और जीवन सुगमता तथा व्यापार सुगमता दोनों में सुधार होगा।’’

उन्होंने कहा कि सरकार ने विपक्षी दलों के व्यवधान के बावजूद संसद के हालिया संपन्न मानसून सत्र के दौरान सुधारों को जारी रखा।

उन्होंने कहा, ‘‘रिफॉर्म (सुधार), परफॉर्म (प्रदर्शन), ट्रांसफॉर्म (परिवर्तन) के मंत्र पर चल रहा भारत आज उस स्थिति में है कि वह दुनिया को धीमी विकास दर से बाहर निकाल सकता है।’’

प्रधानमंत्री ने कहा कि वैश्विक परिप्रेक्ष्य में भारत की अर्थव्यवस्था की ताकत का एहसास किया जा सकता है।

उन्होंने कहा, ‘‘आज भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था है। हम बहुत जल्द दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने जा रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि दुनिया की ‘ग्रोथ’ में भारत का योगदान बहुत जल्द लगभग 20 प्रतिशत हो जाएगा।’’

उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था में यह वृद्धि और लचीलापन पिछले दशक में भारत द्वारा हासिल की गई व्यापक आर्थिक स्थिरता के कारण है। आज, राजकोषीय घाटा घटकर 4.4 प्रतिशत पर आने की उम्मीद है।

अर्थव्यवस्था की बुनियादी बातों के बारे में मोदी ने कहा कि भारतीय कंपनियां पूंजी बाजार से रिकॉर्ड फंड जुटा रही हैं, बैंक पहले से कहीं ज्यादा मजबूत हैं, मुद्रास्फीति बहुत कम है और ब्याज दरें भी कम हैं।

मोदी ने कहा कि चालू खाता घाटा नियंत्रण में है, विदेशी मुद्रा भंडार भी मजबूत है और हर महीने लाखों घरेलू निवेशक ‘एसआईपी’ के माध्यम से बाजार में हजारों करोड़ रुपये निवेश कर रहे हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘आप यह भी जानते हैं कि जब अर्थव्यवस्था के मूल तत्व मजबूत होते हैं, उसकी नींव मजबूत होती है, तो उसका प्रभाव भी हर जगह दिखता है।’’

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत 2047 तक विकसित राष्ट्र बनने के अपने लक्ष्य की दिशा में पूरी ताकत से काम कर रहा है और विकसित भारत का आधार ‘आत्मनिर्भर भारत’ है।

उन्होंने कहा, ‘‘आम बोलचाल में एक लाइन हम बार बार सुनते आए हैं, कभी हम भी बोलते हैं, कभी हम भी सुनते हैं, और कहा जाता है ‘मिशिंग द बस’ यानी कोई अवसर आए, और वह निकल जाए। हमारे देश में पहले की सरकारों ने प्रौद्योगिकी और उद्योग के अवसरों की ऐसी कई बस छोड़ी हैं। मैं आज किसी की आलोचना के इरादे से यहां नहीं आया हूं, लेकिन लोकतंत्र में कई बार तुलनात्मक बात करने से स्थिति और स्पष्ट होती है।’’

मोदी ने कहा कि 2014 के बाद भारत ने अपना दृष्टिकोण बदल दिया और अब कोई बस न चूकने का संकल्प लिया, बल्कि ‘ड्राइविंग सीट’ संभाली और आगे बढ़ा।

उन्होंने कहा कि भारत ने अपना संपूर्ण ‘5जी स्टैक’ घरेलू स्तर पर विकसित किया है। उन्होंने कहा कि देश अब तेजी से ‘मेड-इन-इंडिया 6जी’ तकनीक पर काम कर रहा है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि 2014 तक भारत का ऑटोमोबाइल निर्यात लगभग 50,000 करोड़ रुपये प्रति वर्ष था। आज, भारत प्रतिवर्ष 1.2 लाख करोड़ रुपये मूल्य के ऑटोमोबाइल निर्यात करता है।

उन्होंने यह भी बताया कि भारत ने अब मेट्रो कोच, रेल कोच और रेल इंजनों का निर्यात भी शुरू कर दिया है।

मोदी ने कहा कि भारत 100 देशों को इलेक्ट्रिक वाहन निर्यात करके एक और उपलब्धि हासिल करने के लिए तैयार है और इस उपलब्धि से संबंधित एक बड़ा कार्यक्रम 26 अगस्त को होगा।

भाषा देवेंद्र शफीक

शफीक

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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