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सोमवार, 26 मई, 2025
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भारत पर्यटन का पक्षधर है, पाकिस्तान आतंकवाद को ही पर्यटन मानता है: प्रधानमंत्री मोदी

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(तस्वीर सहित)

भुज, 26 मई (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को पाकिस्तान की जनता से आतंकवाद के खिलाफ आवाज उठाने की अपील की। उन्होंने कहा कि जहां भारत पर्यटन में विश्वास करता है, वहीं ‘पाकिस्तान आतंकवाद को ही पर्यटन मानता है’’। प्रधानमंत्री मोदी ने आगाह किया कि यह मानसिकता न केवल पाकिस्तान को बर्बाद कर रही है, बल्कि पूरे विश्व के लिए एक गंभीर खतरा भी पैदा कर रही है।

गत 22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार की सैन्य प्रतिक्रिया के रूप में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद गुजरात की अपनी पहली यात्रा पर आए मोदी ने चेतावनी दी कि अगर पाकिस्तान के लोग शांति का रास्ता नहीं चुनते हैं, तो उन्हें भारतीय सेना की क्रोध का सामना करना पड़ेगा।

सोमवार (26 मई) को प्रधानमंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के 11 साल पूरे करने वाले मोदी ने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि जापान को पीछे छोड़कर भारत दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी नागरिकों को सोचना चाहिए कि उनका देश कहां खड़ा है।

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘भारतीय अर्थव्यवस्था (2014 में) 11वें स्थान पर थी, लेकिन आज 11 साल बाद यह चौथे स्थान पर है।’’

वह गुजरात में कच्छ जिले के भुज शहर में 50,000 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं के शिलान्यास और उद्घाटन के बाद एक सभा को संबोधित कर रहे थे, जिसकी पाकिस्तान के साथ भूमि सीमा और समुद्री सीमा दोनों लगती हैं।

उन्होंने सीमापार आतंकवाद को प्रायोजित करने के लिए पाकिस्तान को आड़े हाथ लिया और उसके नागरिकों से कहा कि वे देखें कि उन्होंने इतने साल में क्या हासिल किया है और उनका देश कहां खड़ा है।

उन्होंने कहा, ‘‘जिन लोगों ने आतंकवाद को बढ़ावा दिया, उन्होंने आपका भविष्य बर्बाद कर दिया।’’

मोदी ने कहा, ‘‘भारत जहां पर्यटन में विश्वास रखता है, वहीं पाकिस्तान आतंकवाद को पर्यटन मानता है, जो दुनिया के लिए बहुत खतरनाक है। मैं पाकिस्तान के लोगों से पूछना चाहता हूं – उन्होंने क्या हासिल किया है? आज भारत दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। लेकिन आपकी स्थिति क्या है? आतंकवाद को बढ़ावा देने वालों ने आपका भविष्य बर्बाद कर दिया।’’

इस कार्यक्रम से पहले प्रधानमंत्री ने यहां हवाई अड्डे से भुज-मिर्जापुर मार्ग पर कार्यक्रम स्थल तक रोडशो किया। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता पर उन्हें बधाई देने और उनका अभिवादन करने के लिए सड़क के दोनों ओर बड़ी संख्या में लोग खड़े थे।

मोदी ने कहा कि पाकिस्तानी नेता और सेना सत्ता में बने रहने के लिए ‘खेल खेल रहे’ हैं।

प्रधानमंत्री ने सीमा पार के लोगों को संदेश देते हुए कहा, ‘‘पाकिस्तान के लोग मोदी की बात सुनते हैं। आपकी सरकार और सेना आतंकवाद का समर्थन कर रहे हैं। यह सत्ता में बने रहने का खेल है। आपको पूछना चाहिए कि आपके बच्चों का भविष्य किसने बर्बाद किया? युवाओं को पूछना चाहिए कि यह रास्ता सही है या गलत। आपकी सेना और सरकार आपको अंधेरे में धकेल रहे हैं।’

उन्होंने कहा, ‘‘आतंकवाद आपकी (पाकिस्तान की)सरकार और सेना के लिए पैसा कमाने का एक जरिया है। पाकिस्तान के लोगों को आतंकवाद को खत्म करने के लिए आगे आना चाहिए। सुख-चैन की जिंदगी जियो, रोटी खाओ, वरना मेरी गोली तो है ही।’’

प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ मानवता को बचाने और आतंकवाद को समाप्त करने का एक मिशन है। उन्होंने कहा कि 7 से 10 मई तक भारतीय की सैन्य कार्रवाई ने स्पष्ट कर दिया कि देश आतंकवाद को लेकर कतई बर्दाश्त नहीं करने की नीति रखता है।

उन्होंने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘पहलगाम हमले के बाद, मैंने 15 दिन तक इस उम्मीद में इंतजार किया कि पाकिस्तान आतंकवाद पर कार्रवाई करेगा, लेकिन ऐसा लगता है कि यह उनकी रोजी-रोटी है। इसलिए मैंने सशस्त्र बलों को खुली छूट दी। हमने किसी और को नुकसान पहुंचाए बिना पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया।’’

मोदी ने कहा, ‘‘आतंकवाद के मुख्यालय भारत के रडार पर थे और हमने उन पर सटीक हमला किया। यह हमारे सशस्त्र बलों की ताकत और अनुशासन को दिखाता है।’’

उन्होंने कहा कि इससे साफ हो गया कि भारत किसी देश की जनता से दुश्मनी नहीं रखता और उसका ध्यान केवल आतंकवाद और उसे प्रायोजित करने वालों से मुकाबला करने पर है।

उन्होंने कहा, ‘‘भारत की लड़ाई पूरी तरह सीमापार आतंकवाद और इसे प्रायोजित करने वालों के खिलाफ है।’’

मोदी ने कहा कि नयी दिल्ली की दुश्मनी आतंकवाद को बढ़ावा देने वाली ताकतों से है, किसी देश के लोगों से नहीं।

मोदी ने अपने भाषण से पहले कच्छ जिले के मढ़ापुर गांव की उन करीब 300 साहसी महिलाओं में से करीब एक दर्जन बुजुर्ग महिलाओं से बातचीत की, जिन्होंने 1971 की जंग में पाकिस्तान के बम हमले में तबाह हो गई एक हवाई पट्टी को 72 घंटे के बाद ही फिर से बना दिया था।

बाद में मोदी ने उपस्थित लोगों को बताया कि इन महिलाओं ने सिंदूर का एक पौधा दिया है, जिसे अब नयी दिल्ली स्थित प्रधानमंत्री आवास में लगाया जाएगा।

प्रधानमंत्री ने कहा कि जब नौ मई की रात को पाकिस्तान ने भारत के नागरिकों पर हमले का प्रयास किया तो भारतीय सेना ने दोगुनी ताकत से हमला किया और उनके हवाई ठिकानों को तबाह कर दिया।

उन्होंने कहा, ‘‘हमारा जवाब देखकर पूरा पाकिस्तान डर से कांप उठा। उनके एयरबेस अब भी आईसीयू में हैं। उसके बाद पाकिस्तान को मजबूरन आत्मसमर्पण करना पड़ा। उन्होंने सफेद झंडा लहराना शुरू कर दिया और हमसे कहा कि वे युद्ध नहीं चाहते।’’

भाषा वैभव दिलीप

दिलीप

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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