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Friday, 5 December, 2025
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‘भारत शांति के पक्ष में है’: पीएम मोदी ने रूस-यूक्रेन संघर्ष का शांतिपूर्ण समाधान करने की अपील की

पुतिन ने अपनी तरफ से लगभग चार साल से चल रही जंग को खत्म करने के लिए 'समाधान खोजने' की कोशिशों के लिए भारतीय PM को धन्यवाद दिया. रूस और अमेरिका शांति समझौता खोजने के लिए बातचीत कर रहे हैं.

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नई दिल्ली: रूस-यूक्रेन संघर्ष में भारत “शांति के पक्ष में” है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात के दौरान कहा.

मोदी ने अपने बयान में कहा, “दुनिया तभी आगे बढ़ेगी जब हम शांति के रास्ते पर चलेंगे.”

भारतीय प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि यूक्रेन युद्ध पर रूस के साथ नियमित बातचीत दोनों देशों के बीच गहरे भरोसे का संकेत है.

अपनी ओर से राष्ट्रपति पुतिन ने लगभग चार साल से चल रहे युद्ध को खत्म करने के लिए समाधान खोजने के भारत के प्रयासों के लिए मोदी को धन्यवाद दिया.

पुतिन ने कहा, “मैंने यूक्रेन में हो रही घटनाओं के बारे में विस्तार से बताया. हम कुछ साझेदारों, जिनमें अमेरिका भी शामिल है, के साथ मिलकर एक संभावित शांति समझौते पर काम कर रहे हैं. आपकी ओर से समाधान खोजने की कोशिशों के लिए धन्यवाद.”

भारत का मानना है कि रूस और यूक्रेन के बीच के मुद्दों का समाधान केवल “वार्ता और कूटनीति” से ही संभव है. फरवरी 2022 में रूस ने यूक्रेन में “विशेष सैन्य अभियान” शुरू किया था, जो अब तक जारी है.

अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के नेतृत्व में अमेरिका मॉस्को और कीव के बीच शांति समझौते पर काम कर रहा है. दोनों देशों के बीच 28 बिंदुओं वाला एक प्रस्ताव चर्चा में है. बाद में अमेरिका, यूक्रेन और यूरोपीय नेताओं के साथ बातचीत के बाद इस प्रस्ताव को घटाकर 19 बिंदु कर दिया गया है.

नई दिल्ली ने युद्ध के बावजूद मॉस्को के साथ मजबूत संबंध बनाए रखे हैं और पिछले चार सालों में आर्थिक संबंध और गहरे हुए हैं. पिछले वर्ष व्यापार 68 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया. रूसी राष्ट्रपति की यह यात्रा विभिन्न क्षेत्रों, खासकर अर्थव्यवस्था, परमाणु सहयोग, गतिशीलता और रक्षा में साझेदारी को और मजबूत करेगी.

अमेरिका द्वारा रोसनेफ्ट और लुकोइल पर लगाए गए प्रतिबंधों के कारण रूस से भारत की तेल खरीद पर असर पड़ा है. उच्च-स्तरीय बातचीत में अमेरिकी प्रतिबंधों का मुद्दा उठने और दोनों देशों के बीच व्यापार जारी रखने के तरीकों पर बात होने की उम्मीद है.

रूसी राष्ट्रपति दो दिन की यात्रा पर नई दिल्ली आए हैं. यह 2000 के बाद से पुतिन की भारत की दसवीं यात्रा है. भारत और रूस हर साल द्विपक्षीय शिखर बैठक करते हैं. शुक्रवार सुबह उन्हें राष्ट्रपति भवन में औपचारिक स्वागत मिला और उन्होंने राजघाट जाकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी.

मोदी हैदराबाद हाउस में रूसी राष्ट्रपति के साथ प्रतिनिधि-स्तरीय बातचीत कर रहे हैं. रूसी राष्ट्रपति गुरुवार शाम पहुंचे और प्रधानमंत्री के आवास 7 लोक कल्याण मार्ग पर मोदी के साथ निजी मुलाकात की.

(इस रिपोर्ट को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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