भोपाल, 10 जून (भाषा) मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने मंगलवार को इस आरोप को खारिज कर दिया कि पहलगाम हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के साथ जारी ‘संघर्ष’ को विराम देने में जल्दबाजी की।
उन्होंने कहा कि इससे इतर, भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के जरिए प्रौद्योगिकी के युद्ध के नए दौर में दुनिया में अपनी ‘धाक’ बढ़ाई है।
मुख्यमंत्री यादव ने राजधानी भोपाल स्थित भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यालय में पत्रकारों के सवालों के जवाब में यह बात कही। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार की 11वीं वर्षगांठ पूरा होने के एक दिन बाद यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया।
यादव ने कहा कि अमेरिका और इजराइल के बाद भारत दुनिया का तीसरा ऐसा देश है, जिसने दुश्मनों के घर में घुसकर आतंकवादियों को मारा और हिसाब चुकता किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने नौ जून, 2024 को तीसरे कार्यकाल के लिए शपथ ली थी। मोदी सरकार ने सोमवार को अपने तीसरे कार्यकाल की पहली और कुल मिलाकर 11वीं वर्षगांठ मनाई।
यादव ने कहा, ‘‘नए दौर में प्रौद्योगिकी से ही युद्ध होंगे और इस प्रौद्योगिकी के युद्ध में दुनिया में सबसे बड़ी धाक इस घटना के बाद (ऑपरेशन सिंदूर) भारत की बढ़ी है। इसके लिए हमारी सेना को भी धन्यवाद, मोदी जी को भी धन्यवाद।’’
उन्होंने कहा कि भारतीय सशस्त्र बलों ने सीमित समय में भारी मार करके दुश्मनों को ‘आड़ा’ कर दिया। आड़ा का अर्थ है कि पलक झपकते ही दुश्मन को ध्वस्त कर देना।
उन्होंने कहा कि तभी तो पाकिस्तान संघर्ष विराम का रास्ता चुनने के लिए मजबूर हुआ।
यादव ने कहा, ‘‘यह कम बड़ी बात नहीं है। इससे पहले दोनों बार (एयर स्ट्राइक और सर्जिकल स्ट्राइक) पाकिस्तान ने संघर्ष विराम की बात नहीं कही थी।’’
मुख्यमंत्री से सवाल पूछा गया था कि क्या भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान संघर्ष विराम में जल्दबाजी नहीं दिखा दी, जबकि परिस्थितियां अनुकूल थीं।
यादव ने कहा, ‘‘पहली बार परमाणु शक्ति संपन्न पाकिस्तान को संघर्षविराम के लिए आगे आना पड़ा। क्योंकि उसे मार पड़ी। देश के दुश्मनों के साथ निपटने का यही मोदी जी का तरीका है।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि एक तरफ भारत के प्रधानमंत्री हर सभा में बोल रहे हैं कि ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ है वहीं पाकिस्तान के प्रधानमंत्री की भाषा ‘बेचारगी’ वाली हो गई है।
उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री ने स्पष्ट कहा है कि ऑपरेशन सिंदूर खत्म नहीं हुआ है। यह वही बोल सकता है जिसके अंदर विश्वास हो और जो नयी प्रौद्योगिकी के बलबूते निपटना जानता है। बदलते दौर में प्रौद्योगिकी के साथ व्यवस्थाओं के आधार पर हमको यह आदत भी डालनी पड़ेगी। वह जमाना गया जब इधर से उधर सैनिक जाते थे (युद्धकाल में)।’’
उन्होंने कहा, ‘‘आज प्रौद्योगिकी ऐसी बदल गई है कि हम अपनी सीमा में ही रहते हुए दुश्मन को मार करके घर आ रहे हैं। यह कम बड़ी बात नहीं है।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि कश्मीर से अनुच्छेद 370 को खत्म करने का महत्व तब और बढ़ जाता है, जब पहली बार उमर अब्दुल्ला, फारूक अब्दुल्ला और मुफ्ती मोहम्मद सईद की पार्टी से लेकर हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के लोगों की बोली बदल जाती है।
उन्होंने कहा, ‘‘और तो और ओवैसी तक कितनी अच्छी बात कर रहे हैं। यह तो आश्चर्य हो रहा है न। यही तो है देश की देशभक्ति। देश का नायक जब शक्ति संपन्न होता है और सरकार सक्षम होती है तो यह अनुकूलता बन जाती है। नहीं तो यह सब पाकिस्तान की तरफ बोलने वाले लोग थे।’’
मुख्यमंत्री ने बाद में ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पिछले 11 वर्षों में देश का रक्षा क्षेत्र सुदृढ़ हुआ है और वर्ष 2014 के मुकाबले भारत में स्वदेशी रक्षा उत्पादन 174 प्रतिशत बढ़कर एक लाख 27 हजार 434 करोड़ रुपये से अधिक पहुंच गया है।
उन्होंने कहा, ‘‘भारत अब दुनिया का 5वां सबसे बड़ा रक्षा निर्यातक बन गया है। यह निर्यात 100 से अधिक देशों तक फैला हुआ है, जो 2014 में लगभग शून्य था।’’
यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत के संकल्प से रक्षा से जुड़े प्रत्येक क्षेत्र में भारत ने श्रेष्ठता सिद्ध की है और देश को सैन्य प्रौद्योगिकी के मामले में नई वैश्विक पहचान मिली है।
भाषा
ब्रजेन्द्र, रवि कांत
रवि कांत
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