नयी दिल्ली, 30 मई (भाषा) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि भारत ने कोविड-19 वैश्विक महामारी से निपटने के लिए अपनी क्षमताओं, वैज्ञानिकों, चिकित्सकों, युवाओं पर भरोसा दिखाया और हमारा देश दुनिया के लिए कोई समस्या नहीं बल्कि समाधान देने वाला बना।
उन्होंने कहा कि कोविड-19 वैश्विक महामारी के नकारात्मक प्रभाव से उबर कर भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक बन गया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने ‘पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रेन’ के तहत बच्चों के लिए कई सुविधाएं शुरू करते हुए एक कार्यक्रम में यह कहा। उन्होंने स्कूल जाने वाले बच्चों के लिए छात्रवृत्ति भी जारी की। बच्चों को ‘पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रेन’ योजना के तहत पासबुक और आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत स्वास्थ्य कार्ड भी दिए गए।
प्रधानमंत्री ने कहा कि अगर किसी को पेशेवर पाठ्यक्रम या उच्च शिक्षा के लिए ‘एजुकेशन लोन’ (शिक्षा ऋण) चाहिए तो, ‘पीएम केयर्स’ उसमें भी मदद करेगा। वैश्विक महामारी के दौरान अपने अभिभावकों को गंवा चुके बच्चों को हर महीने 4000 रुपये दिए जाएंगे, जिससे उनकी दैनिक जरूरतों को पूरा करने में मदद मिलेगी।
उन्होंने कहा कि इन बच्चों के 23 साल के होने पर उन्हें 10 लाख रुपये दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि बच्चों को मनोवैज्ञानिक एवं भावनात्मक मदद के लिए आयुष्मान कार्ड के माध्यम से स्वास्थ्य बीमा और ‘संवाद हेल्पलाइन’ के माध्यम से भावनात्मक परामर्श दिया जाएगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कोविड-19 वैश्विक महामारी के नकारात्मक माहौल के दौरान भारत ने अपनी क्षमताओं पर भरोसा रखा।
उन्होंने कहा, ‘‘ हमने अपने वैज्ञानिकों, चिकित्सकों, युवाओं पर भरोसा दिखाया और हमारा देश दुनिया के लिए चिंता नहीं, बल्कि आशा की एक किरण बनकर उभरा। हम कोई समस्या नहीं बल्कि समाधान देने वाले बने।’’
मोदी ने कहा कि इतने बड़े देश में भी, ‘‘हमने सभी नागरिकों को टीके उपलब्ध कराए। अभी तक कोविड-19 रोधी टीकों की करीब 200 करोड़ खुराक लोगों को दी जा चुकी हैं।’’
उन्होंने कहा कि भारत ने पिछले आठ वर्ष में जो मुकाम हासिल किया है, उसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की होगी।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘‘ आज, विश्व में भारत का गौरव बढ़ा है, वैश्विक मंचों पर भारत की ताकत बढ़ी है। ’’
उन्होंने युवा शक्ति के भारत की इस यात्रा का नेतृत्व करने को लेकर खुशी जाहिर की। मोदी ने कहा, ‘‘ अपना जीवन अपने सपनों के नाम कर दो, सपने पूरे होने के लिए ही हैं।’’
प्रधानमंत्री ने कहा कि जब उनकी सरकार अपने आठ साल पूरे कर रही है, तब देश का आत्मविश्वास, देशवासियों का खुद पर भरोसा अभूतपूर्व है।
मोदी ने कहा, ‘‘ देश भ्रष्टाचार, हजारों करोड़ के घोटालों, भाई-भतीजावाद, आतंकवादी संगठनों और क्षेत्रीय भेदभाव के दुष्चक्र से बाहर निकल रहा है, जिसमें वह 2014 से पहले फंसा हुआ था।’’
उन्होंने कहा कि यह बच्चों के लिए एक मिसाल है कि बेहद मुश्किल दिन भी बीत जाते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने कोविड-19 वैश्विक महामारी के कारण अनाथ हुए बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि ‘पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रेन’ यह दर्शाता है कि हर नागरिक उनके साथ खड़ा है।
‘पीएम केयर्स’ कोष के बारे में उन्होंने कहा कि इस कोष ने कोरोना वायरस संक्रमण के दौरान अस्पतालों को तैयार करने, वेंटिलेटर खरीदने, ऑक्सीजन संयंत्र लगाने में भी काफी मदद की।
उन्होंने कहा कि इसके जरिए कई लोगों की जान बचाई जा सकती है और कई परिवारों का भविष्य बचाया जा सकता है।
अपने माता-पिता को महामारी में खो चुके बच्चों का मनोबल बढ़ाते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि निराशा के माहौल में भी ‘‘अगर हम खुद पर विश्वास रखें, तो आशा की एक किरण अवश्य दिखाई देती है। हमारा देश स्वयं इस बात का सबसे बड़ा उदाहरण है।’’
उन्होंने कहा कि इस कठिन समय में अच्छी किताबें उनकी विश्वसनीय दोस्त बन सकती हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने बच्चों से रोग मुक्त रहने, खेलो इंडिया तथा फिट इंडिया मूवमेंट में शामिल होने और उसका नेतृत्व करने का आह्वान किया। मोदी ने उनसे योग दिवस में हिस्सा लेने का भी आग्रह किया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन’ कोरोना वायरस से प्रभावित ऐसे बच्चों की मुश्किलों को कम करने का एक छोटा सा प्रयास है, जिन्होंने अपने माता-पिता दोनों को खो दिया है।
उन्होंने कहा, ‘‘ ‘पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन’ दर्शाता है कि हरेक नागरिक अत्यंत संवेदनशीलता के साथ आपके साथ खड़ा है।’’
स्वच्छ भारत मिशन, जन-धन योजना तथा हर घर जल अभियान जैसी कल्याणकारी नीतियों का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार ‘‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास’’ की भावना से आगे बढ़ रही है।
उन्होंने कहा कि पिछले आठ साल गरीबों के कल्याण तथा सेवा के लिए समर्पित किए गए हैं।
मोदी ने कहा, ‘‘ परिवार का सदस्य होने के नाते हमने कठिनाइयों को कम करने और देश के गरीबों के जीवन में सुधार लाने की कोशिश की है।’’
प्रधानमंत्री ने कहा कि प्रौद्योगिकी के उपयोग को बढ़ाकर, सरकार ने गरीबों के अधिकारों की सुरक्षा सुनिश्चित की है। उन्होंने कहा, ‘‘ अब गरीब से गरीब व्यक्ति को भी भरोसा है कि सरकार की योजनाओं का लाभ उन्हें मिलेगा। इस विश्वास को और बढ़ाने के लिए सरकार अब शत-प्रतिशत सशक्तिकरण का अभियान चला रही है।’’
सरकार ने ‘पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन’ योजना की शुरुआत पिछले वर्ष 29 मई को की थी और इसका मकसद ऐसे बच्चों की मदद करना है, जिन्होंने कोरोना वायरस संक्रमण के चलते 11 मार्च 2020 से 28 फरवरी 2022 के बीच अपने माता-पिता, कानूनी अभिभावक, दत्तक माता-पिता को खो दिया है।
भाषा निहारिका मनीषा
मनीषा
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