जम्मू, दो फरवरी (भाषा) केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने रविवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में प्रौद्योगिकी आधारित प्रगति को प्राथमिकता दे रहा है।
उन्होंने आगामी वर्षों में 10 लाख जीनोम अनुक्रमण पूरा करने संबंधी सरकार की प्रतिबद्धता की पुष्टि की ताकि अधिक सटीक रोग पूर्वानुमान और व्यक्तिगत मदद संभव हो सके।
जम्मू स्थित एम्स में उन्नत जीनोमिक्स एवं सटीक चिकित्सा केंद्र का उद्घाटन करते हुए प्रधानमंत्री कार्यालय में केंद्रीय राज्य मंत्री ने कहा कि देश जीनोमिक स्वास्थ्य देखभाल के क्षेत्र में विश्व का नेतृत्व करने की दिशा में अग्रसर है।
सिंह ने स्वदेशी अनुसंधान और जैव प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देने के लिए सरकार के प्रयासों का हवाला देते हुए कहा, ‘‘मोदी के नेतृत्व में भारत ने स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में प्रौद्योगिकी आधारित प्रगति को प्राथमिकता दी है।’’
उन्होंने भारत की जैव-अर्थव्यवस्था में तेजी से हो रही वृद्धि पर प्रकाश डाला, जो 2014 में 10 अरब अमेरिकी डॉलर से बढ़कर वर्तमान में लगभग 130 अरब अमेरिकी डॉलर हो गई है तथा निकट भविष्य में इसे 300 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य है।
उन्होंने कहा कि 2014 में 50 की तुलना में 9,000 से अधिक ‘बायोटेक स्टार्ट-अप’ के साथ भारत तेजी से चिकित्सा नवाचार में आगे बढ़ रहा है।
सिंह ने आने वाले वर्षों में 10 लाख जीनोम अनुक्रमों को पूरा करने की सरकार की प्रतिबद्धता की पुष्टि की, ताकि अधिक सटीक रोग पूर्वानुमान और व्यक्तिगत हस्तक्षेप संभव हो सके।
उन्होंने गैर-संचारी रोगों में वृद्धि के साथ-साथ संक्रामक रोगों के फिर से उभरने की ओर भी ध्यान दिलाया। उन्होंने कहा कि केंद्र का मुख्य उद्देश्य चिकित्सा को आम जनता के लिए सस्ती और सुलभ बनाना है।
सिंह ने 2047 तक विकसित भारत संबंधी सरकार के दृष्टिकोण की पुष्टि की, जहां स्वास्थ्य देखभाल न केवल उपचारात्मक होगी बल्कि निवारक भी होगी।
उन्होंने कहा, ‘‘यह तो बस शुरुआत है। चिकित्सा का भविष्य सकारात्मक है और भारत जीनोमिक स्वास्थ्य सेवा में दुनिया का नेतृत्व करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है।’’
भाषा
देवेंद्र नरेश
नरेश
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