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शुक्रवार, 9 मई, 2025
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भारत ने जम्मू और पठानकोट में सैन्य ठिकानों पर हमले के पाकिस्तान के प्रयासों को नाकाम किया

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नयी दिल्ली, आठ मई (भाषा) भारत ने बृहस्पतिवार रात जम्मू और पठानकोट समेत सैन्य ठिकानों पर ड्रोन और मिसाइलों से हमला करने के पाकिस्तान के प्रयासों को विफल कर दिया। इससे पहले भारत ने देश के उत्तरी और पश्चिमी क्षेत्रों में 15 स्थानों पर इसी तरह की कोशिशों को नाकाम कर दिया।

इस बीच व्यापक संघर्ष की आशंकाओं के बीच दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया है।

पाकिस्तान की ओर से यह प्रयास ऐसे समय में किया गया है जब बुधवार को भारतीय सशस्त्र बलों ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) और पाकिस्तान में नौ आतंकी ठिकानों पर सटीक मिसाइल हमले किए थे।

जम्मू-कश्मीर, पंजाब और राजस्थान में नियंत्रण रेखा (एलओसी) और अंतरराष्ट्रीय सीमा (आईबी) पर पाकिस्तानी सेना द्वारा ये प्रयास और गोलाबारी ऐसे समय में की गई है, जब भारत ने बृहस्पतिवार सुबह कई शहरों में पाकिस्तानी वायु रक्षा प्रणालियों को निशाना बनाया, जिनमें से लाहौर में एक को ‘‘निष्प्रभावी’’ कर दिया गया।

रक्षा मंत्रालय ने दोहराया है कि भारत में सैन्य अड्डों पर किसी भी हमले का “उचित जवाब” दिया जाएगा।

विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव कम करने की जिम्मेदारी पाकिस्तान पर है, क्योंकि उसने पहलगाम आतंकवादी हमले से स्थिति को बिगाड़ा और भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के जरिये केवल इसका जवाब दिया।

जम्मू-कश्मीर, पंजाब और राजस्थान के कई शहरों और कस्बों में ब्लैकआउट कर दिया गया क्योंकि सीमा पार से ड्रोन देखे गए।

रक्षा मंत्रालय की ओर से देर रात जारी बयान के अनुसार, ‘‘आज जम्मू-कश्मीर में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तानी ड्रोन और मिसाइलों द्वारा जम्मू, पठानकोट और उधमपुर में सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया गया। स्थापित मानक संचालन प्रक्रियाओं के अनुरूप ‘काइनेटिक’ और ‘नॉन-काइटनेटिक’ क्षमताओं का उपयोग करके खतरों को तेजी से बेअसर कर दिया गया।’’

भारतीय वायु रक्षा इकाइयों ने बृहस्पतिवार शाम सामरिक रूप से महत्वपूर्ण जम्मू हवाई अड्डे सतवारी समेत जम्मू के सीमावर्ती क्षेत्रों की ओर पाकिस्तान द्वारा दागी गई कम से कम आठ मिसाइल को सफलतापूर्वक नष्ट कर दिया। रक्षा सूत्रों ने यह जानकारी दी है।

सूत्रों ने बताया कि मिसाइल को सतवारी (जम्मू हवाई अड्डा), सांबा, आरएस पुरा और अरनिया समेत प्रमुख स्थानों को लक्षित करके दागा गया था।

जम्मू शहर में दो बड़े धमाके हुए और इसके बाद अचानक बिजली गुल हो गई। ये धमाके संभवतः ड्रोन को रोकने के कारण हुए थे। इसके तुरंत बाद, पूरे शहर में सायरन गूंजने लगे, जिससे निवासियों को सुरक्षित जगहों पर आश्रय लेने के लिए सजग होना पड़ा।

पुलिस ने बताया कि जैसलमेर में भीषण विस्फोटों की आवाजें सुनी गईं और पाकिस्तान की सीमा से लगे पश्चिमी राजस्थान के जिलों में ब्लैकआउट कर दिया गया, जिससे पूरा इलाका अंधेरे में डूब गया।

अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने विदेश मंत्री एस जयशंकर और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से बात की और तनाव कम करने की आवश्यकता पर बल दिया।

रूबियो ने पाकिस्तान से आतंकवादी समूहों को किसी भी तरह का समर्थन बंद करने के लिए ठोस कदम उठाये जाने का आह्वान किया।

जयशंकर के साथ बातचीत में रूबियो ने भारत और पाकिस्तान के बीच सीधी बातचीत के लिए अमेरिकी समर्थन व्यक्त किया तथा संचार में सुधार के लिए निरंतर प्रयास करने को प्रोत्साहित किया।

जयशंकर ने रूबियो को बताया कि भारत स्थिति को बढ़ाने के पाकिस्तान के किसी भी प्रयास का दृढ़ता से मुकाबला करेगा।

तनाव बढ़ने के बीच अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि वह चाहते हैं कि भारत और पाकिस्तान अपनी “जैसे को तैसा” वाली कार्रवाइयां बंद करें। उन्होंने कहा कि अगर वह “मदद” के लिए कुछ कर सकते हैं तो वह इसके लिए तैयार हैं।

विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता जहां एकजुटता का प्रदर्शन कर रहे हैं, वहीं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एक सर्वदलीय बैठक में बताया कि भारतीय हवाई हमलों में कम से कम 100 कट्टर आतंकवादी और उनके सहयोगी मारे गए।

एक अन्य कार्यक्रम में उन्होंने देश को भरोसा दिलाया कि भारत की संप्रभुता की रक्षा में सरकार के लिए कोई भी सीमा बाधा नहीं बनेगी। उन्होंने कहा, “हम भविष्य में भी ऐसी ही जिम्मेदाराना प्रतिक्रियाओं के लिए पूरी तरह तैयार हैं।”

रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि पाकिस्तानी सेना ने सात-आठ मई की रात को अवंतीपुरा, श्रीनगर, जम्मू, पठानकोट, अमृतसर, कपूरथला, जालंधर, लुधियाना, आदमपुर, बठिंडा, चंडीगढ़, नल, फलोदी, उत्तरलाई और भुज को निशाना बनाने का प्रयास किया।

उसने कहा कि इन्हें एकीकृत काउंटर मानवरहित विमान प्रणाली (ग्रिड और वायु रक्षा प्रणाली) द्वारा निष्प्रभावी कर दिया गया। उत्तर भारत में हमलों का मुकाबला करने के लिए एस-400 वायु रक्षा प्रणालियों को तैनात किया गया है।

उसने कहा, “इन हमलों के बाद अब मलबे कई स्थानों से बरामद किए जा रहे हैं, जो पाकिस्तानी हमलों की पुष्टि करते हैं।”

बयान में कहा गया कि सशस्त्र बलों ने आज सुबह पाकिस्तान में कई स्थानों पर वायु रक्षा रडार और प्रणालियों को निशाना बनाया।

मंत्रालय ने कहा, “भारतीय प्रतिक्रिया पाकिस्तान की तरह ही समान तीव्रता के साथ उसी क्षेत्र में रही है।”

इसने कहा, “विश्वसनीय रूप से यह पता चला है कि लाहौर में एक वायु रक्षा प्रणाली को निष्प्रभावी कर दिया गया है।”

इस्लामाबाद में पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने दावा किया कि भारत द्वारा दागे गए ड्रोनों को लाहौर, गुजरांवाला, चकवाल, बहावलपुर, मियानो, कराची, छोर, रावलपिंडी और अटक में निष्प्रभावी कर दिया गया।

उन्होंने बताया कि लाहौर के पास एक ड्रोन गिर गया और हमले में चार सैनिक घायल हो गए।

एक अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि कम से कम चार ड्रोन लाहौर छावनी क्षेत्र में गिरे।

नयी दिल्ली में मंत्रालय ने कहा कि पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा, बारामूला, उरी, पुंछ, मेंढर और राजौरी सेक्टरों में मोर्टार और भारी तोपों का उपयोग करते हुए नियंत्रण रेखा पर अपनी अकारण गोलीबारी तेज कर दी है।

मंत्रालय ने कहा, “पाकिस्तानी गोलीबारी के कारण तीन महिलाओं और पांच बच्चों सहित 16 निर्दोष लोगों की जान चली गई है।”

इसने कहा कि यहां भी भारत को पाकिस्तान की ओर से मोर्टार और तोपखाने की गोलाबारी को रोकने के लिए जवाब देने के लिए मजबूर होना पड़ा।

मंत्रालय ने कहा, “भारतीय सशस्त्र बल तनाव न बढ़ाने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हैं, बशर्ते पाकिस्तानी सेना इसका सम्मान करे।”

पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में, भारतीय सशस्त्र बलों ने बुधवार तड़के जैश-ए-मोहम्मद आतंकवादी समूह के गढ़ बहावलपुर सहित आतंकी ठिकानों पर मिसाइल हमले किए।

विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने बृहस्पतिवार को ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अरागची के साथ बैठक के बाद कहा कि भारत का पाकिस्तान के साथ तनाव बढ़ाने का कोई इरादा नहीं है, लेकिन अगर देश पर सैन्य हमला होता है, तो “बहुत” मजबूती से जवाब दिया जाएगा।

राष्ट्रीय गुणवत्ता सम्मेलन 2025 में अपने संबोधन में सिंह ने कहा कि भारतीय सशस्त्र बलों ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को ‘‘अकल्पनीय’’ सटीकता के साथ अंजाम दिया। उन्होंने फिर कहा कि इस मिशन में ‘‘काफी संख्या में आतंकवादी’’ मारे गए, लेकिन उन्होंने कोई संख्या नहीं बताई।

उन्होंने कहा, “सशस्त्र बलों ने किसी भी निर्दोष व्यक्ति को नुकसान पहुंचाए बिना और न्यूनतम क्षति के साथ इस ऑपरेशन को अंजाम दिया, जिसे अकल्पनीय और राष्ट्र के लिए बहुत गर्व की बात बताया।”

मीडिया के साथ संवाद में मिसरी ने कहा कि पाकिस्तान ने पहलगाम में हमला कर स्थिति को बिगाड़ा।

मिसरी ने कहा, “हमारा रुख स्थिति को बिगाड़ने का नहीं रहा है। हमने केवल 22 अप्रैल के पहलगाम आतंकवादी हमले का जवाब दिया।”

तनाव में कमी लाने के बारे में विदेश सचिव ने कहा, “पाकिस्तान ने स्थिति को बिगाड़ा, हमने केवल जवाब दिया। (तनाव कम करने की) जिम्मेदारी पाकिस्तान पर है।”

संवाददाता सम्मेलन में विंग कमांडर व्योमिका सिंह और कर्नल सोफिया कुरैशी भी मिसरी के साथ थीं।

मिसरी ने जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर पाकिस्तानी गोलीबारी का जिक्र करते हुए कहा कि पाकिस्तान की जवाबी कार्रवाई से नागरिक प्रभावित हो रहे हैं।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विभिन्न मंत्रालयों के सचिवों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की और राष्ट्रीय सुरक्षा तथा परिचालन तैयारियों के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता दोहराते हुए निरंतर सतर्कता तथा स्पष्ट संवाद बनाए रखने का आह्वान किया।

भाषा

देवेंद्र रंजन

रंजन

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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