नयी दिल्ली, 30 अक्टूबर (भाषा) भारत ने इस्लामिक सहयोग संगठन (ओआईसी) की जम्मू कश्मीर को लेकर की गई कुछ टिप्पणियों को बृहस्पतिवार को खारिज किया और कहा कि उसे देश के आंतरिक मामलों पर बोलने का कोई अधिकार नहीं है।
ओआईसी ने सोमवार को एक बयान में जम्मू कश्मीर के लोगों के साथ ‘पूर्ण एकजुटता’ जतायी थी, जिसे उसने ‘आत्मनिर्णय के अधिकार के लिए उनका वैध प्रयास’’ बताया था।
भारत ने इन टिप्पणियों को खारिज कर दिया।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने अपनी साप्ताहिक प्रेसवार्ता में कहा, ‘हम इन बयानों को खारिज करते हैं। उन्हें भारत के आंतरिक मामलों पर बोलने का कोई अधिकार नहीं है।’
विवादास्पद इस्लामी उपदेशक जाकिर नाइक की अगले महीने ढाका यात्रा की योजना से जुड़ी खबरों को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में जायसवाल ने कहा कि वह जहां भी जाएगा, भारत उसके खिलाफ कार्रवाई की उम्मीद करता है।
जायसवाल ने कहा, ‘‘वह एक भगोड़ा है। वह भारत में वांछित है। इसलिए, हम उम्मीद करते हैं कि वह जहां भी जाएगा, वहां के लोग उसके खिलाफ उचित कार्रवाई करेंगे और हमारी सुरक्षा चिंताओं का समाधान करेंगे।’’
नाइक कथित तौर पर धन शोधन और नफरती भाषणों के जरिए चरमपंथ भड़काने के आरोप में भारतीय प्राधिकारियों द्वारा वांछित है। वह 2016 में भारत छोड़कर चला गया था।
नाइक को मलेशिया में महातिर मोहम्मद के नेतृत्व वाली पूर्ववर्ती सरकार ने स्थायी निवास की अनुमति दी थी।
भाषा अमित रंजन
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