नयी दिल्ली, छह नवंबर (भाषा) भारत कुछ दिन म्यांमा में एक कुख्यात घोटाला केंद्र पर कार्रवाई के बाद वहां से भागे अपने 270 नागरिकों को बृहस्पतिवार को दो सैन्य विमानों के जरिये थाईलैंड से वापस लाया है।
करीब 500 भारतीय उन 1,500 लोगों में शामिल थे जो म्यांमा के मयावाड़ी शहर स्थित कुख्यात ‘केके पार्क’ साइबर अपराध केंद्र पर छापे के बाद थाईलैंड के सीमावर्ती शहर माए सॉट भाग गए थे।
बैंकॉक में स्थित भारतीय दूतावास ने बताया कि थाईलैंड सरकार की मदद से माए सॉट से 270 भारतीय नागरिकों को भारतीय वायुसेना के दो विशेष विमानों से भारत लाया गया, जिनमें 26 महिलाएं भी शामिल हैं।
ये सभी लोग म्यांमा से अवैध रूप से थाईलैंड में दाखिल हुए थे और स्थानीय अधिकारियों ने इन्हें देश के आव्रजन कानूनों के उल्लंघन के तहत हिरासत में लिया था।
शुक्रवार को और विमान भेजकर शेष भारतीयों को भी वापस लाया जाएगा।
भारत के थाईलैंड और म्यांमा में स्थित दूतावास दोनों सरकारों के साथ मिलकर उन भारतीयों की वापसी सुनिश्चित करने में जुटे हैं जो अब भी म्यांमा में हैं।
दूतावास ने कहा कि भारतीय नागरिक विदेश में नौकरी स्वीकार करने से पहले नियोक्ताओं और भर्ती एजेंट की पूरी जांच-पड़ताल करें। साथ ही, थाईलैंड में बिना वीजा प्रवेश केवल पर्यटन और अल्पकालिक व्यावसायिक यात्रा के लिए है, इसे रोजगार के लिए इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए।
दोनों आईएएफ विमान अंडमान में कुछ देर ठहराव के बाद नयी दिल्ली पहुंचेंगे।
सूत्रों के मुताबिक, भारत लौटने के बाद इन लोगों से जांच एजेंसियां पूछताछ करेंगी ताकि यह पता लगाया जा सके कि उन्हें ठगी नेटवर्क में कैसे फंसाया गया।
म्यांमा के ठगी केंद्र अंतरराष्ट्रीय साइबर अपराधों में शामिल बताए जाते हैं।
संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट के अनुसार, इन केंद्रों में सैकड़ों लोगों को जबरन रखा जाता है और धोखाधड़ी कराई जाती है। ऐसे ही ठगी केंद्र कंबोडिया, लाओस, फिलीपीन और मलेशिया में भी संचालित होते हैं।
भाषा जोहेब माधव
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