नयी दिल्ली, आठ जून (भाषा) केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने बुधवार को कहा कि भारत उन कुछ देशों में से एक है जिन्होंने जलवायु परिवर्तन पर बुनियादी ढांचा संधि (यूएनएफसीसीसी) के क्रम में स्वैच्छिक रूप से प्रस्तुत राष्ट्रीय स्तर पर निर्धारित योगदान (एनडीसी) में से अधिकतर चीजें समय से पहले हासिल कर ली हैं।
नरेंद्र मोदी सरकार के आठ साल पूरे होने पर ‘डीडी न्यूज’ सम्मेलन में यादव ने कहा कि देश ने गैर-जीवाश्म ईंधन आधारित स्रोतों से 40 प्रतिशत स्थापित बिजली क्षमता का लक्ष्य तय समय से आठ साल पहले हासिल कर लिया है।
यादव ने कहा कि पेट्रोल में 10 प्रतिशत इथेनॉल मिलाने का लक्ष्य नवंबर 2022 की समयसीमा से पांच महीने पहले हासिल कर लिया गया है।
उन्होंने कहा, ‘‘भारत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण के तहत, जलवायु परिवर्तन के सभी क्षेत्रों में निर्णायक कार्रवाई की है। भारत उन कुछ देशों में से एक है, जिन्होंने पेरिस समझौते के तहत यूएनएफसीसीसी को सौंपे गए अधिकांश स्वैच्छिक एनडीसी निर्धारित समय से पहले हासिल कर लिए हैं।’’
मंत्री ने कहा कि भारत जलवायु न्याय और जलवायु समानता के लिए कई वैश्विक मंचों का नेतृत्व कर रहा है। उन्होंने कहा कि भारत और स्वीडन ने हाल ही में लीडआईटी फोरम की मेजबानी की जिसने सीओपी27 के लिए एजेंडा तय करने में संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन ‘स्टॉकहोम+50’ में योगदान दिया।
उन्होंने कहा कि सीओपी26 ग्लासगो में घोषित प्रधानमंत्री मोदी की वैश्विक पहल ‘लाइफस्टाइल फॉर द एनवायरनमेंट – लाइफ मूवमेंट’ को पर्यावरण के प्रति जागरूक जीवन शैली को बढ़ावा देने के लिए शुरू किया गया है।
यादव ने कहा, ‘‘घरेलू मोर्चे पर पिछले आठ वर्षों में भारत ने लगातार अपने वन क्षेत्र में वृद्धि की है। संरक्षित क्षेत्रों के प्रभावी संरक्षण, निगरानी और प्रबंधन के कारण शेरों, बाघों, हाथियों, गैंडों और अन्य जानवरों की संख्या में भी वृद्धि हुई है।’’
भाषा अमित नेत्रपाल
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