बेंगलुरु, 12 अप्रैल (भाषा) कर्नाटक में पिछली भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार के खिलाफ 40 प्रतिशत कमीशन के आरोपों की जांच के लिए प्रदेश मंत्रिमंडल द्वारा विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित करने के फैसले पर मुख्य विपक्षी दल के नेता बसवराज बोम्मई ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की।
उन्होंने शनिवार को कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों को भी एसआईटी के दायरे में लाये जाने की मांग की।
बोम्मई ने विभिन्न ठेकेदार संघों द्वारा लगाए गए आरोपों का हवाला देते हुए आग्रह किया कि एसआईटी को वर्तमान सरकार के खिलाफ लगाए गए 60 प्रतिशत कमीशन के आरोपों की भी जांच करनी चाहिए।
बोम्मई की यह टिप्पणी न्यायमूर्ति नागमोहन दास आयोग की रिपोर्ट के आधार पर एसआईटी जांच की घोषणा के एक दिन बाद आई है।
राज्य में भाजपा के कार्यकाल के दौरान किए गए सरकारी कार्यों में ‘40 प्रतिशत कमीशन’ के आरोपों की जांच के लिए उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश की अध्यक्षता में गठित एक सदस्यीय जांच आयोग ने पिछले महीने मुख्यमंत्री सिद्धरमैया को 20,000 पन्नों की रिपोर्ट सौंपी थी।
राज्य सरकार के फैसले के बारे में पूछे जाने पर बोम्मई ने यहां संवाददाताओं से कहा कि 40 प्रतिशत भ्रष्टाचार के आरोपों के बारे में ‘झूठे प्रचार’ की जांच के लिए पहले ही एक आयोग का गठन किया जा चुका है।
उन्होंने आयोग की रिपोर्ट की विषय-वस्तु को सार्वजनिक किये जाने की मांग की।
बोम्मई ने कहा, “यह सरकार क्यों चीजों को छिपाने की कोशिश कर रही है? पिछले दो वर्षों में इस सरकार के खिलाफ 60 प्रतिशत भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं। इसे भी एसआईटी जांच में शामिल किया जाना चाहिए।”
भाषा जितेंद्र अविनाश
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