पोर्ट ब्लेयर, दो जून (भाषा) अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) ने अंडमान-निकोबार के पोर्ट ब्लेयर में वीर सावरकर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे समेत 13 हवाई अड्डों के लिए एक प्रोत्साहन योजना को मंजूरी दी है। एक अधिकारी ने यहां यह जानकारी दी।
यह योजना परिचालन के पहले तीन वर्षों के लिए लागू होगी ताकि प्रारंभिक चरण के लिए व्यवहार्यता अंतर को पाटा जा सके।
पोर्ट ब्लेयर हवाई अड्डे के निदेशक देवेंद्र यादव ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘इस योजना के तहत पहले वर्ष के लिए यूडीएफ (उपयोगकर्ता विकास शुल्क) 100 प्रतिशत माफ कर दिया जाएगा जो प्रति यात्री 709 रुपये है।’’
उन्होंने बताया कि 180 यात्रियों की उड़ान क्षमता को देखते हुए प्रोत्साहन योजना से विमानन कंपनियों के लिए प्रति उड़ान 1.28 लाख रुपये की बचत की संभावना है।
वीर सावरकर हवाई अड्डे को एक अप्रैल 2007 को एक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का दर्जा दिया गया था और पहली अंतरराष्ट्रीय उड़ान 16 नवंबर 2024 को कुआलालंपुर से पोर्ट ब्लेयर तक ‘एयरएशिया’ द्वारा शुरू की गई थी।
लेकिन यात्रियों की कम संख्या के कारण विमानन कंपनियां अंतरराष्ट्रीय उड़ान जारी नहीं रख पाईं और 10 अप्रैल 2025 से अंतरराष्ट्रीय उड़ान परिचालन बंद कर दिया गया।
भाषा खारी नरेश रंजन
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