पटना, 24 अप्रैल (भाषा) बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बृहस्पतिवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) से पिछली बार अलग होने का दोष अपने करीबी सहयोगी राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह पर मढ़ा, जो अब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं।
पिछले साल लोकसभा चुनाव से कुछ महीने पहले ही भाजपा के साथ फिर से जुड़ने वाले कुमार ने यह बात प्रधानमंत्री की मौजूदगी में कही। जब मधुबनी जिले में एक समारोह के दौरान कुमार ने यह टिप्पणी की तब मंच पर ललन भी मौजूद थे।
कुमार ने करीब तीन साल पहले राजग छोड़ने के समय भाजपा पर जद(यू) को तोड़ने की कोशिश करने का आरोप लगाया था।
नब्बे के दशक से भाजपा के साथ अपने संबंधों को याद करते हुए नीतीश कुमार ने कहा, ‘‘हम शुरू से ही साथ थे।’’
कुमार ने पहली बार 2013 में मोदी को प्रधानमंत्री पद का चेहरा बनाए जाने के कारण राजग से नाता तोड़ा था।
अगस्त 2022 में भाजपा के साथ दूसरी बार अपने अलगाव का जिक्र करते हुए, कुमार ने ललन की ओर मुड़कर कहा, ‘‘यह मेरे पार्टी के सहयोगी थे, जो यहां बैठे हैं, जिन्होंने मुझे भटकाया।’’
भाषा शफीक सुरेश
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