नयी दिल्ली, 20 जनवरी (भाषा) घर पर कोविड-19 की जांच करवाने की तादाद में वृद्धि देखने को मिल रही है और पिछले 20 दिन में लोगों ने घर पर दो लाख नमूनों की जांच करवाई जबकि गत वर्ष यह संख्या मात्र तीन हजार थी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह जानकारी दी।
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के महानिदेशक डॉ बलराम भार्गव ने साप्ताहिक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि देश में जांच करवाने का कुल प्रदर्शन उसी स्तर पर बरकरार है जैसा महामारी की दूसरी लहर के दौरान था।
उन्होंने कहा, “जांच करने के कई तरीके उपलब्ध हैं चाहे वह आरटी-पीसीआर हो या रेपिड एंटीजेन जांच या घर पर एंटीजेन जांच या आरएनए किट इत्यादि। महत्वपूर्ण यह है कि घर पर जांच करवाने के मामलों में वृद्धि देखी जा रही है।” भार्गव ने कहा, “पिछले एक साल में, घर पर केवल तीन हजार लोगों ने जांच करवाई जबकि पिछले 20 दिन में दो लाख लोगों ने इस सुविधा का लाभ उठाया।”
आईसीएमआर के महानिदेशक ने कहा कि कुछ जिलों और राज्यों में कम जांच हो रही है और उन्हें इसमें वृद्धि करने को कहा जा रहा है। एक सवाल के जवाब में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि अब तक 1.64 लाख जीनोम सिक्वेंसिंग हो चुकी है।
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