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Monday, 6 May, 2024
होमदेशहरियाणा के मुख्य सचिव पद की दौड़ में 3 IAS अधिकारियों ने की वरिष्ठता सूची में संशोधन की मांग

हरियाणा के मुख्य सचिव पद की दौड़ में 3 IAS अधिकारियों ने की वरिष्ठता सूची में संशोधन की मांग

अधिकारियों ने राज्य सरकार को सेवा नियमों का हवाला देते हुए लिखा कि उनकी वरिष्ठता उसी 1990 बैच के 2 सहकर्मियों से अधिक होनी चाहिए, जिनके बारे में उनका कहना है कि उन्हें अन्य कैडर से स्थानांतरित किया गया था.

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गुरुग्राम: अक्टूबर के बाद हरियाणा के मुख्य सचिव का पद खाली होने की संभावना है, इसलिए 1990 भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) बैच के तीन अधिकारी कैडर की वरिष्ठता सूची में संशोधन की मांग कर रहे हैं. दिप्रिंट को इस बारे में जानकारी मिली है. इस तरह के संशोधन से वे उन अधिकारियों से सूची में आगे हो जाएंगे जिनके बारे में उनका कहना है कि उन्हें दूसरे राज्यों से हरियाणा कैडर में स्थानांतरित किया गया है.

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, तीन अधिकारियों — अंकुर गुप्ता, राजा शेखर वुंडरू और अनुराग रस्तोगी ने राज्य सरकार को पत्र लिखकर कहा है कि वे मूल रूप से हरियाणा कैडर के आईएएस हैं, जबकि उनसे आगे के दो अधिकारी, सुधीर राजपाल और सुमिता मिश्रा को राज्य में स्थानांतरित किया गया था.

कैडर के दो सबसे वरिष्ठ अधिकारियों — मौजूदा मुख्य सचिव संजीव कौशल और राजस्व और गृह के अतिरिक्त मुख्य सचिव टी.वी.एस.एन. प्रसाद के रिटायरमेंट के कारण पद छोड़ने के बाद अक्टूबर में यह पद खाली हो जाएगा.

समझा जाता है कि अधिकारियों ने यह भी कहा कि अखिल भारतीय सेवा नियमों के अनुसार, जो अधिकारी मूल रूप से एक राज्य कैडर के हैं, उन्हें उसी बैच के उन लोगों से आगे रखा जाता है, जिन्हें दूसरे राज्यों से स्थानांतरित किया गया था.

यह भारतीय प्रशासनिक सेवा (वरिष्ठता का विनियमन) नियम, 1987 के अनुसार मामला है, अगर अधिकारियों को उनके स्वयं के अनुरोध पर स्थानांतरित किया गया था.

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मुख्य सचिव की आधिकारिक वेबसाइट पर हरियाणा की आईएएस लिस्ट के अनुसार, राजपाल वर्तमान में राज्य के 1990 बैच के अधिकारियों में शीर्ष स्थान पर हैं. लिस्ट से पता चलता है कि उन्हें 1994 में हिमाचल प्रदेश से स्थानांतरित किया गया था.

हालांकि, वेबसाइट विशेष रूप से राजपाल के बाद मिश्रा के लिए कैडर में किसी बदलाव का संकेत नहीं देती है, लेकिन तीन अधिकारियों का कहना है कि वे मूल रूप से जम्मू और कश्मीर कैडर की थीं.

मुख्य सचिव कार्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पुष्टि की कि प्रतिनिधित्व प्राप्त हो गया है, लेकिन यह भी कहा कि सरकार को अभी इसकी जांच करनी है. इस अधिकारी ने यह भी पुष्टि नहीं की कि क्या यह दावा सच है कि मिश्रा को जम्मू-कश्मीर कैडर से स्थानांतरित किया गया था.

सूत्र ने कहा, “आईएएस अधिकारियों की वरिष्ठता हरियाणा सरकार के स्तर पर नहीं बल्कि केंद्र में कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी) द्वारा तय की जाती है. सरकार इस अभ्यावेदन की जांच करने के बाद इसे केंद्र को भेज सकती है.”

मुख्य सचिव कौशल इस साल 31 जुलाई को रिटायर होने वाले हैं, जबकि 1988 बैच के अधिकारी टी.वी.एस.एन. प्रसाद, जो कतार में अगले हैं, दो महीने बाद 31 अक्टूबर को सेवानिवृत्त होंगे.

आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि अगर कौशल को अक्टूबर में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए तीन महीने का विस्तार मिलता है, तो वे और प्रसाद एक साथ सेवानिवृत्त होंगे.

अगर ऐसा नहीं होता है, तो प्रसाद के सेवानिवृत्त होने के बाद पद खाली हो जाएगा.

कतार में अगले अधिकारी विवेक जोशी हैं, जो वर्तमान में केंद्रीय वित्त मंत्रालय के सचिव के रूप में केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं. आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि अगर वे राज्य में वापस नहीं लौटने का विकल्प चुनते हैं, तो अगली पंक्ति के अधिकारी को हरियाणा के सीएस के रूप में नियुक्त किया जाएगा.

हालांकि, अगर वे वापस आते हैं, तो वे 31 मई, 2026 तक इस पद पर बने रहेंगे.

(संपादन : फाल्गुनी शर्मा)

(इस खबर को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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