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Friday, 15 November, 2024
होमदेशमालदा में 'पीटी और नंंगी की जाने वाली' 2 महिलाएं दंगा करने के आरोप में गिरफ्तार, पुलिस पर खड़े हो रहे सवाल

मालदा में ‘पीटी और नंंगी की जाने वाली’ 2 महिलाएं दंगा करने के आरोप में गिरफ्तार, पुलिस पर खड़े हो रहे सवाल

यह घटना कथित तौर पर एक बाजार में हुई और दोनों महिलाओं को उसी दिन गिरफ्तार कर लिया गया. वीडियो वायरल होने के बाद कथित तौर पर महिलाओं पर हमला करने वाले पांच लोगों को हिरासत में लिया गया.

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कोलकाता: पश्चिम बंगाल में महिलाओं के खिलाफ हिंसा को लेकर भाजपा और तृणमूल कांग्रेस के बीच टकराव के बीच, घटनाओं के क्रम में, मालदा वायरल वीडियो के केंद्र में दो महिलाओं को पंचायत चुनाव से संबंधित एक अलग मामले में दंगा और अन्य आरोपों के लिए गिरफ्तार किया गया था.

दूसरी ओर, पुलिस ने शनिवार को मालदा के बामनगोला इलाके में एक साप्ताहिक बाजार में 45 वर्षीय हबली मंडल और 48 वर्षीय फेकिया मंडल और एक सिविक वॉलंटियर पर हमला करने के आरोप में तीन अन्य महिलाओं और दो पुरुषों को गिरफ्तार किया. गिरफ्तार लोगों को 19 जुलाई को हुए प्रकरण के सिलसिले में पांच दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया.

दोनों गिरफ्तार व्यक्तियों को आईपीसी की धारा 147 (दंगाई), 148 (घातक हथियारों से लैस दंगों), 149 (गैरकानूनी तौर पर इकट्ठा होना), 186 (लोक सेवक के कार्य में बाधा डालना), 332 (स्वेच्छा से लोक सेवक को नुकसान पहुंचाने के लिए), 506 (आपराधिक धमकी देना) और PDPP यानी प्रिवेंशन ऑफ डैमेज टू पब्लिक प्रॉपर्टी की धारा 3 (सार्वजनिक संपत्ति के संबंध में बेईमानी करना) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है.

उन पर चोरी का कोई आरोप नहीं लगाया गया.

दोनों को 19 जुलाई को ही गिरफ्तार कर लिया गया था – जिस दिन उनकी पिटाई की गई और उनके कपड़े उतार दिए गए – जिसके बाद उन्हें जिला अदालत में पेश किया गया. उन्हें अब 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.

इस मामले में शिकायत 16 जुलाई को मालदा जिले के नालागोला पुलिस स्टेशन के अधिकार क्षेत्र में आने वाले इलाके में हुए दंगे से संबंधित थी.

दिप्रिंट ने दोनों महिलाओं के खिलाफ लगाए गए आरोपों के संबंध में कॉल और टेक्स्ट के जरिए मालदा जिला पुलिस प्रमुख प्रदीप कुमार यादव से संपर्क किया. प्रतिक्रिया प्राप्त होते ही इस रिपोर्ट को अपडेट कर दिया जाएगा.

भाजपा सोशल मीडिया प्रमुख अमित मालवीय ने शनिवार को सोशल मीडिया पर क्लिप अपलोड किया था, जिसमें दावा किया गया था कि मालदा में दो आदिवासी महिलाओं को निर्वस्त्र किया गया और उन पर अत्याचार किया गया. बाद में, भाजपा अध्यक्ष जे.पी.नड्डा ने बंगाल पंचायत चुनाव हिंसा की पृष्ठभूमि में समाज के पिछड़े वर्गों पर हो रहे अत्याचारों पर प्रतिक्रिया प्राप्त करने के लिए पांच सदस्यीय टीम भेजी.

रविवार को मीडिया को जानकारी देते हुए, मालदा एसपी ने कहा था कि साप्ताहिक बाजार में पैसे निकालने के बाद कम से कम तीन महिलाओं के पर्स खो गए थे और इसमें उन दोनों की संलिप्तता होने का संदेह है. इसके बाद गुस्साई महिलाओं और आसपास मौजूद लोगों ने दोनों की पिटाई की और उन्हें निर्वस्त्र कर दिया.

लेकिन मालदा उत्तर के सांसद खगेन मुर्मू ने दावा किया कि पुलिस दो पीड़ितों को गिरफ्तार करके मामले को दबाने की कोशिश कर रही है. बीजेपी नेता ने दिप्रिंट को बताया, “पुलिस यह स्पष्ट नहीं कर सकती कि महिलाओं को क्यों गिरफ्तार किया गया. हमारे पास ऐसी खबरें हैं कि महिलाओं को फटे कपड़ों के साथ घंटों तक पुलिस स्टेशन में बैठाया गया. वे इस घटना को दबाने की कोशिश कर रहे हैं,”

सत्तारूढ़ टीएमसी ने विपक्ष के आरोपों को खारिज कर दिया है और इसे “स्थानीय मुद्दा” करार दिया है. टीएमसी के राज्यसभा सांसद शांतनु सेन ने दिप्रिंट को बताया, “घटना दुर्भाग्यपूर्ण है. यह स्थानीय मुद्दा है, राजनीतिक नहीं. पुलिस ने कदम उठाए हैं और जांच जारी है. गिरफ्तारियां हो चुकी हैं. बीजेपी केवल मणिपुर में असली मुद्दों से ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है,”.

(संपादनः शिव पाण्डेय)
(इस खबर को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें.)


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