चंद्रपुर, तीन मई (भाषा) महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले के एक युवक ने अपनी शादी में भव्य समारोह का आयोजन नहीं किया और उसकी जगह एकत्र की गयी धनराशि का उपयोग अपने गांव के लोगों को उनके खेतों तक पहुंचने में मदद करने के लिए सड़क बनाने में किया।
वरोरा तहसील के सुसा गांव के श्रीकांत एकुडे ने समाज सुधारक ज्योतिराव फुले द्वारा समर्थित ‘सत्यशोधक’ मॉडल से प्रेरित होकर 28 अप्रैल को एक सादे समारोह में अंजलि से विवाह किया।
कृषि में स्नातकोत्तर श्रीकांत ने कहा कि उन्होंने रिश्तेदारों से पारंपरिक उपहार स्वीकार करने के बजाय इस अवसर पर लगभग 90 पौधे लगाए।
श्रीकांत ने बताया कि जब उनकी शादी की योजना बनाई जा रही थी तो उन्होंने अनुरोध किया था कि पारंपरिक तरीके से समारोहों और दावतों पर पैसा खर्च न किया जाए।
अपने परिवार के सदस्यों और मेहमानों को राजी करने के बाद उन्होंने 50,000 रुपये एकत्र किए और इसका उपयोग लगभग 600 मीटर लंबी सड़क बनाने में किया, ताकि उनके गांव के लोग बिना किसी कठिनाई के अपने खेतों तक पहुंच सकें।
श्रीकांत ने बताया, ‘मानसून के दौरान हमारे गांव से खेतों तक जाने वाला रास्ता बहुत खराब हो जाता था। लोगों के लिए अपने खेतों तक पहुंचना लगभग असंभव हो जाता था। स्थानीय लोगों और ग्राम पंचायत की मदद से हमने सड़क बनवाई।’
उन्होंने कहा कि लोग उपकरण, बर्तन और फर्नीचर जैसे उपहारों पर पैसा खर्च करते हैं, लेकिन उन्होंने अपने मेहमानों से कहा कि वे उनके लिए ऐसी कोई चीज न खरीदें।
श्रीकांत ने कहा, ‘हमने सुसा गांव में पौधे लगाने के लिए धन जुटाया, जहां 36 विभिन्न प्रकार के फलों के पेड़ लगाए गए।’
भाषा
शुभम दिलीप
दिलीप
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.