नयी दिल्ली, 27 फरवरी (भाषा) भारत और यूरोपीय संघ (ईयू) के शीर्ष नेतृत्व द्वारा शुक्रवार को एक महत्वाकांक्षी व्यापार समझौते को जल्द से जल्द अंतिम रूप देने की दिशा में आगे बढ़ने की उम्मीद है, क्योंकि 27 देशों का यह समूह शुल्क पर अमेरिका के साथ बढ़ते टकराव के बीच दोतरफा आर्थिक संबंधों को नयी जान फूंकने को इच्छुक है।
यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन, यूरोपीय संघ के वरिष्ठ राजनीतिक नेताओं के साथ, बृहस्पतिवार दोपहर भारत की दो दिवसीय उच्च स्तरीय यात्रा पर आईं।
लेयेन ने कहा, ‘‘संघर्ष और तीव्र प्रतिस्पर्धा के युग में, आपको भरोसेमंद मित्रों की आवश्यकता होती है। यूरोप के लिए, भारत एक ऐसा ही मित्र और रणनीतिक सहयोगी है।’’
दिल्ली हवाई अड्डे पर केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल द्वारा उनकी अगवानी किये जाने के तुरंत बाद लेयेन ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘मैं (प्रधानमंत्री) नरेन्द्र मोदी के साथ चर्चा करूंगी कि हमारी रणनीतिक साझेदारी को अगले स्तर तक कैसे ले जाया जाए।’’
मोदी और लेयेन के बीच वार्ता, शुल्क को लेकर यूरोपीय संघ और अमेरिका के डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन के बीच बढ़ते तनाव की पृष्ठभूमि में हो रही है।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को तीखी टिप्पणी करते हुए कहा था कि यूरोपीय संघ का गठन अमेरिका को ‘‘परेशान’’ करने के लिए किया गया था। उन्होंने यूरोपीय संघ से आयात पर 25 प्रतिशत शुल्क लगाने की धमकी दी। वहीं, यूरोपीय संघ ने कहा कि वह स्वतंत्र और निष्पक्ष व्यापार में अनुचित बाधाओं के खिलाफ दृढ़ता से और तुरंत प्रतिक्रिया करेगा।
लेयेन और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शुक्रवार को व्यापक वार्ता करेंगे, जिसमें लंबे समय से प्रतीक्षित मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) को अंतिम रूप देने और रक्षा, प्रौद्योगिकी और जलवायु परिवर्तन सहित विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के तरीकों पर ध्यान केंद्रित किए जाने की उम्मीद है।
दोनों पक्षों के बीच रूस-यूक्रेन युद्ध, हिंद-प्रशांत क्षेत्र में स्थिति और पश्चिम एशिया के घटनाक्रम पर भी विचार-विमर्श होने की उम्मीद है।
मोदी-लेयेन वार्ता के बाद एक संयुक्त बयान जारी किये जाने की उम्मीद है।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष से मुलाकात की और प्रमुख द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा की।
उन्होंने कहा, ‘‘यूरोप के साथ भारत के संबंधों में नयी जान फूंकने के उनके विचारों की सराहना करता हूं।’’
उन्होंने कहा कि दोनों नेताओं के बीच एफटीए पर विचार-विमर्श की उम्मीद है, क्योंकि हमें जल्द से जल्द एक परस्पर लाभकारी समझौता होने की जरूरत है।
अपनी वार्ता में, मोदी और लेयेन रक्षा और सुरक्षा सहयोग बढ़ाने के तरीकों पर भी विचार करेंगे। दोनों पक्ष सूचना सुरक्षा समझौते को मजबूत करने की प्रक्रिया में हैं।
इस समझौते से रक्षा संबंधों को और मजबूत बनाने की रूपरेखा तैयार होगी।
इससे पहले, लेयेन ने राजघाट पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की।
भाषा सुभाष माधव
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